महायज्ञ के आयोजन से कायम होती है सुख व शांति : छोटे स्वामी
अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित हंसराजाबाग गांव के समीप श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह हनुमत अचल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर 21 अप्रैल से शुरू होने वाले महायज्ञ के पूर्व संध्या पर प्रतिदिन प्रवचन का आयोजन किया जा रहा है।
अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित हंसराजाबाग गांव के समीप श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह हनुमत अचल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर 21 अप्रैल से शुरू होने वाले महायज्ञ के पूर्व संध्या पर प्रतिदिन प्रवचन का आयोजन किया जा रहा है। स्वामी छोटे सरकार उर्फ कन्हैया शरण जी महाराज की अमृतवाणी सुनने के लिए आसपास के गांवों से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। मंगलवार की रात उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी जी ने कहा कि महायज्ञ के आयोजन से समाज में सुख, शांति एवं समृद्धि की भावना का आगमन होता है ।प्राचीन काल से भारत में महायज्ञ आयोजित होते रहे हैं और आज वैज्ञानिक रूप से भी महायज्ञ की सार्थकता को सिद्ध किया गया है ।उन्होंने कहा कि आज के इस भागम भाग वाली दौड़ में सभी लोगों को अपना कर्म करना चाहिए। कर्म ऐसा की दूसरे को उसे पीड़ा नहीं हो ।जिस गांव में रहने वाले सभी लोग अच्छे कर्म करते हैं दूसरों को पीड़ा नहीं पहुंचाते हैं वैसे गांव में सुख और समृद्धि का वास होता है । ऐसे गांव में जन्म लेने वाले बच्चों का संस्कार काफी उत्तम होता है और गांव में खुशहाली आती है द्यलेकिन दुर्भाग्य से गांव में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपने गंदे कर्मों से पूरे समाज के माहौल को खराब करते हैं। जिसका परिणाम गांव एवं क्षेत्र की प्रगति पर पड़ता है। स्वामी जी ने कहा कि श्रद्धा एवं भक्ति हमेशा मनुष्य को अच्छे कर्मों की ओर जाने को प्रेरित करता है । हम लोगों को चाहिए कि अच्छे कर्म करें जिससे कि मनुष्य का जीवन सार्थक हो सके ।आयोजन समिति के संयोजक डॉक्टर सुनील कुमार ,राम गति प्रसाद समेत अन्य लोगों ने बताया कि 21 अप्रैल को जलभरी का आयोजन किया जाएगा।प्रत्येक दिन रासलीला आयोजन के साथ-साथ 29 अप्रैल को महायज्ञ का समापन होगा।