41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा तापमान, लोग हो रहे परेशान
अरवल। अप्रैल माह के पहले सप्ताह में मौसम में अचानक हुए बदलाव के बाद गर्मी का असर कुछ कम हुआ था।
अरवल। अप्रैल माह के पहले सप्ताह में मौसम में अचानक हुए बदलाव के बाद गर्मी का असर कुछ कम हुआ था। लेकिन पिछले पांच दिनों से मौसम में लगातार बदलाव के कारण अब गर्मी का असर अचानक बढ़ गया है। पिछले 24 घंटे में तीन डिग्री तापमान बढ़ने से रविवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। अगले कुछ दिनों में दिन में अधिकतम तापमान के और बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। इस दौरान न्यूनतम तापमान भी बढ़ने के कारण गर्मी से लोगों में परेशानी भी बढ़ने लगी है। मौसम के मिजाज का असर स्वास्थ्य पर भी पड़ने लगा है। सदर अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में अचानक तेज पेट दर्द, दस्त और उल्टी से परेशान मरीजों की संख्या बढ़ गई है। गर्मी चढ़ने के साथ ही तेज हवा के बहने से किसानों की चिता भी बढ़ गई है। हर दिन बढ़ रही गर्मी से हर तबके के लोग परेशान हैं। बावजूद इसके मौसम विभाग ने इस माह के अंत तक तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक तापमान में और बढ़ोत्तरी होने की संभावना व्यक्त की है। उधर गर्मी में बढ़ोत्तरी के कारण लोग धूप से बचने के लिए छाता आदि का इस्तेमाल करने लगे हैं। क्या वजह रही तापमान बढ़ने की : जम्मू-कश्मीर में पिछले साल की तुलना में इस बार अप्रैल में पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा सक्रिय नहीं है। इसी के चलते इस बार अप्रैल में ज्यादा गर्मी पड़ रही है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम में नमी आती है। इससे पारा 40 डिग्री के नीचे रहता है। अप्रैल के पहले पखवाड़े में तीन-चार दिन ही आसमान में बादल,बूंदाबांदी और धूल भरी आंधी वाला मौसम रहा। कैसे सक्रिय होता है पश्चिमी विक्षोभ और क्या-क्या होता है : पश्चिमी विक्षोभ भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी इलाके में आने वाले ऐसे तूफान को कहते हैं जो वायुमंडल की ऊंचे तहों में भूमध्य सागर, अटलांटिक महासागर और कुछ हद तक कैस्पियन सागर से नमी लाकर उसे अचानक वर्षा और बर्फ के रूप में उत्तर भारत और नेपाल पर गिरा देता है। अस्पतालों में बढ़ी बीमार बच्चों की संख्या: मौसम में बदलाव व तेज धूप का असर बच्चों पर पड़ने लगा है। सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में बीमार बच्चों की संख्या में दिन प्रतिदिन बढ़ोत्तरी होती जा रही है। अभिभावक बच्चों के बीमार होने को लेकर अधिक चितित दिखाई देने लगे हैं। चिकित्सक भी बच्चों को गर्मी से अधिक से अधिक बचाव की हिदायत दे रहे हैं। गर्मी में वसायुक्त भोजन से करें परहेज : चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी से डिहाइड्रेशन की समस्या बढ़ जाती है, जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। इससे बचने के लिए वसायुक्त भोजन से परहेज करें, पानी का सेवन ज्यादा करें। दोपहर में घर से बाहर निकलते वक्त सर को तौलिये से ढ़क कर रखें। आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलें। बिजली कर रही परेशान : गर्मी का असर तेज होते ही प्रखंड में बिजली की ट्रिपिग भी आम हो गई है। रोजाना दिनभर में करीब आधा दर्जन से अधिक बार बिजली गुल होना व ट्रिपिग होना लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। रविवार की दोपहर में भी करीब तीन घंटा अघोषित बिजली की कटौती हुई। इसके चलते लोग परेशान हुए। इस बारे में कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया लेकिन स्थिति जस की तस है। तेज धूप से छतों पर रखी टंकियों व नलों से खौलता हुआ गर्म पानी आ रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।