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सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भी लेना होगा लाइसेंस

अरवल। दशहरा पर्व पर जिला के सभी पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक संयुक्त रूप से जिलाधिकारी सतीश कुमार ¨सह एवं पुलिस अधीक्षक उमाशंकर प्रसाद द्वारा संपन्न की गई। डीएम ने कहा कि दशहरा को पवित्र पर्व के रूप में माना जाता है। छठ पर्व तक लोग बड़े ही सौहार्द पूर्ण माहौल में मनाते हैं। सभी पूजा पंडाल समिति वाले 10-10 व्यक्ति के नाम के साथ लाइसेंस के लिए आवेदन देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भी लाइसेंस लेना है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Oct 2018 08:27 PM (IST)Updated: Mon, 15 Oct 2018 08:27 PM (IST)
सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भी लेना होगा लाइसेंस
सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भी लेना होगा लाइसेंस

अरवल। दशहरा पर्व पर जिला के सभी पूजा समिति के सदस्यों के साथ बैठक संयुक्त रूप से जिलाधिकारी सतीश कुमार ¨सह एवं पुलिस अधीक्षक उमाशंकर प्रसाद द्वारा संपन्न की गई। डीएम ने कहा कि दशहरा को पवित्र पर्व के रूप में माना जाता है। छठ पर्व तक लोग बड़े ही सौहार्द पूर्ण माहौल में मनाते हैं। सभी पूजा पंडाल समिति वाले 10-10 व्यक्ति के नाम के साथ लाइसेंस के लिए आवेदन देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए भी लाइसेंस लेना है। पूजा स्थल के आस पास पूजा समिति के लोग एक ड्रेस में तैनात रहेंगे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर लोग उनसे मदद प्राप्त कर सकें। पूजा पंडाल की सारी जिम्मेदारी पूजा समिति की होगी। समिति द्वारा पंडाल के पास अग्नि से सुरक्षा के लिए पर्याप्त मात्रा में बालू एवं पानी की व्यवस्था करनी है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर इसका उपयोग किया जा सके।

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सांस्कृतिक कार्यक्रम में निर्देशित किया गया कि इसकी भी जिम्मेदारी पूजा समिति की होगी। कोई ऐसा प्रदर्शन नहीं हो जिस पर हंगामा खड़ा हो सके। महिलाओं के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए तथा किसी प्रकार की छेड़छाड़ होने की जिम्मेदारी समिति की ही होगी। प्रशासन के बैठने के लिए एक जगह की व्यवस्था करनी होगी, जहां से प्रस्तुत कार्यक्रमों पर निगरानी रख सके। डीएम द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले समिति के लोगों से जानकारी ली गई की आपके द्वारा किस प्रकार के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति करेंगे तथा उपस्थित लोगों की संख्या कितनी होगी। कार्यक्रम स्थल पर समिति द्वारा पर्याप्त मात्रा में अपने स्वयंसेवक को सुरक्षा के लिए तैनात रखना है।

डीएम ने कहा कि पूजा पंडाल के पास लोगों के प्रवेश एवं निकासी के लिए अलग-अलग द्वार रखना है। सुरक्षा प्रहरी प्रवेश एवं निकास द्वार पर तैनात रहकर लोगों को दिशा निर्देश देंगे ताकि किसी प्रकार की भीड़ नहीं हो। मूति विसर्जन के संबंध में कहा गया कि निर्धारित रूट के द्वारा ही जुलूस का गमन कराना है। इस समय कोई भी व्यक्ति हथियार लेकर नहीं चलेगा। किसी प्रकार की भड़काउ भाषण तथा अश्लील प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। मूर्ति विसर्जन स्थल पर वैरिके¨टग के अंदर ही रहकर करना है। डीएम ने कहा कि समिति द्वारा उच्च कोटी की व्यवस्था होने पर पुरस्कृत किया जाएगा। इसमें मूर्ति का आकर्षण, सजावट, स्वच्छता, प्रकाश की व्यवस्था, बालू- पानी की व्यवस्था, लोगों के आने जाने की व्यवस्था, जुलूस में अच्छा प्रदर्शन तथा विसर्जन स्थल पर प्रदर्शन आदि के माप-दंड पर पुरस्कृत किया जायेगा। यह पुरस्कार अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा चयन करने के पश्चात दिया जाएगा। एसपी ने अपने संबोधन में कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम में किसी नाबालिग लड़की द्वारा डांस की प्रस्तुति नहीं होनी चाहिए। यदि कोई नशा कर माहौल खराब कर रहा है, तो चुपके से थानाध्यक्ष को सूचित कर देना है। अफवाह बहुत तेजी से फैलती है। इस पर विशेष ध्यान देना है। बैठक में अपर समाहर्ता संजीव कुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी किरण ¨सह, के साथ सभी बीडीओ, सीओ एवं सभी पूजा पंडाल के लोग उपस्थित थे।


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