मजदूरों को तो पिलाया ही खुद भी पी ली थी स्प्रिटयुक्त दवा
थाना क्षेत्र के हासेडीह गांव में धानरोपनी में लगे मजदूरों को स्प्रिट युक्त दवा तो पिलायी ही गयी थी पिलाने वाले किसान ने भी उसे पी रखा था।
अरवल । थाना क्षेत्र के हासेडीह गांव में धानरोपनी में लगे मजदूरों को स्प्रिट युक्त दवा तो पिलायी ही गयी थी पिलाने वाले किसान ने भी उसे पी रखा था। इस दवा को पीने से तीन मजदूरों की मौत हो चुकी है जबकि अब भी किशोरी प्रसाद पीएमसीएच में जीवन-मौत से जूझ रहा है। इतना ही नहीं उनलोगों को दवा पिलाने वाले किसान नंदकिशोर ¨सह उर्फ बिहारी ¨सह की हालत भी ठीक नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार वह भी बनारस में इलाज करा रहा है और वहां उसकी भी हालत नाजुक बनी हुई है। जिलाधिकारी सतीश कुमार ¨सह तथा पुलिस अधीक्षक उमाशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को न सिर्फ घटना स्थल का निरीक्षण किया बल्कि पीड़ित परिवार के लोगों से भी मिलकर सांत्वना दी तथा उन मजदूरों की मौत के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की। डीएम-एसपी सबसे पहले जलवइया पहुंचे। वहां उन्होंने रमेश चंद्रवंशी तथा कृष्णा पासवान के परिवार के लोगों से मिलकर जानकारी हासिल की। मृत मजदूरों के परिजनों ने बताया कि वे लोग रात में घर आए और आते ही तबीयत खराब होने लगी। चौकी की ओर इशारा करते हुए ललिता ने बताया कि इसी चौकी पर आकर बेसुध होकर गिर गए और उल्टी होने लगा। उनलोगों ने बताया था कि पानी में घोलकर दवा पी है जिसके कारण तबीयत खराब हो गई है। डीएम-एसपी ने पीड़ित परिवार के लोगों को कहा कि इस दुख की घड़ी में हम सभी लोग आपके साथ हैं। सभी अधिकारी हासेडीह गए। वहां बिहारी ¨सह के मकान में कोई व्यक्ति नहीं था। जिस कमरे में दवा रखते थे उसे सील कर दिया गया है। गांव के लोगों ने डीएम-एसपी को बताया कि बिहारी ¨सह की भी स्थिति ठीक नहीं है। मजदूरों के साथ उन्होंने भी दवा पी थी। डीएम-एसपी कलेर पहुंचे तथा कैल राम के परिवार के लोगों से मिलकर उनलोगों सांत्वना दी। डीएम ने बताया कि यह अनुसंधान का मामला है। उन्होंने कहा कि शनिवार को केमिकल विशेषज्ञ की टीम वहां जाएगी। वे लोग इस बात की जानकारी हासिल करेंगे कि आखिर वे लोग कौन दवा पीए थे। उनलोगों साथ ड्रग इंस्पेक्टर को भी वहां भेजा जाएगा। डीएम ने बताया कि जांच प्रतिवेदन के साथ ही मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। उन्होंने कहा कि बिहारी ¨सह होम्योपैथिक कंपाउंडर है। उसके द्वारा संचालित कलेर की दुकान को भी सील कर दिया गया है। पीड़ित परिवार के लोगों को मुआवजा दिए जाने के संबंध में डीएम ने बताया कि यदि कानूनन मुआवजा दिए जाने का प्रावधान होगा तो पीड़ित लोगों को मुआवजा दिया जाएगा। इस मौके पर उत्पाद आयुक्त के सचिव रेणु कुमारी, पटना के उत्पाद निरीक्षक आदित्य कुमार, उत्पाद अधीक्षक अविनाश कुमार,सहायक निरीक्षक गोपी कृष्ण कुमार, उत्पाद अवर निरीक्षक सोमेश्वर त्रिपाठी के अलावा औषधि नियंत्रक विजय कुमार गुप्ता आदि लोग भी मौजूद थे।