आजादी के बाद भी नहीं मिला दलितों को अधिकार
अरवल। शहीद जगदेव मेला के दूसरे दिन रविवार को शोषित समाज दल का 18वां राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित की गई।
अरवल। शहीद जगदेव मेला के दूसरे दिन रविवार को शोषित समाज दल का 18वां राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित की गई। राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुनीराम शास्त्री की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन में कई राजनीतिक एजेंडे पर मुहर लगाई गई। इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के दशक बीत जाने के बाद भी गरीबो, दलितों तथा शोषितों को अधिकार नहीं मिल सका है। अभी भी समाज का 90 फीसद लोग शोषण के शिकार हैं। सभी लोगों को संगठित होकर समानती तथा सांप्रदायिक शक्तियों से संघर्ष करना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सिर्फ एक खास वर्ग के हित ¨चतक हैं। आर्थिक आधार पर सवर्णों का आरक्षण शोषितों की हकमारी है। आरक्षण का आधार जनसंख्या में भागीदारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए जोरदार आंदोलन की जरूरत है। सम्मेलन में विभिन्न प्रदेशों से प्रतिनिधि पहुंचे थे। झारखंड, छतीसगढ़, उतरप्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा आदि राज्यों से पांच सौ से अधिक प्रतिनिधि इस सम्मेलन में भाग लिए। इस मौके पर राष्ट्रीय महामंत्री रामचंद्र प्रसाद वर्मा ने सोमवार को राष्ट्रीय समिति के चुनाव की घोषणा की। इस मौके पर महबूब आलम अंसारी, ओमप्रकाश मेहता, डॉ धीरज कुमार, टेंगर पासवान, पूर्व न्यायाधीश अद्याचरण चौधरी, बृजनंदन ¨सह,कृष्णा प्रसाद दिवाकर,लक्ष्मण चौधरी,अमरनाथ यादव, रामदुलार मौर्य आदि लोगों ने अपना विचार रखा। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से रूढ़ीवादिता तथा पाखंड पर प्रहार किया गया। मौके पर सभी लोगों ने बाबा साहेब अंबेदकर, ज्योतिवा फूले जैसे महापुरूषों के विचारों पर चलने का संकल्प लिया।