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ग्रामीण क्षेत्रों में आठ घंटे बिजली गुल रहने से हलकान रहे लोग

अरवल। एक ओर गर्मी प्रचंड गति से बढ़ रही है। आम जनजीवन इस मौसम में अस्त व्यस्त हो जा रहे हैं। वहीं इस भीषण गर्मी से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली बिजली भी दगा दे रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 12:47 AM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 06:34 AM (IST)
ग्रामीण क्षेत्रों में आठ घंटे बिजली गुल रहने से हलकान रहे लोग
ग्रामीण क्षेत्रों में आठ घंटे बिजली गुल रहने से हलकान रहे लोग

अरवल। एक ओर गर्मी प्रचंड गति से बढ़ रही है। आम जनजीवन इस मौसम में अस्त व्यस्त हो जा रहे हैं। वहीं इस भीषण गर्मी से निजात दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली बिजली भी दगा दे रही है। प्रखंड क्षेत्र में लगातार बिजली सप्लाई में कटौती की जा रही है। विभाग द्वारा 18 घंटे निर्वात बिजली आपूर्ति की बात की जाती है लेकिन इमरजेंसी रोस्टिग के नाम पर बिजली में कटौती की जा रही है। हालात यह है कि प्रखंड के राजगढ़ से लोदीपुर मसूदपुर आदि गांवों में रविवार को आठ घंटे बिजली गुल रही। बिजली की इस हालात के कारण गर्मी से निजात के आधुनिक उपकरण भी शोभा की वस्तु बनकर रह रही है। घरों में कूलर और पंखा रहने के बावजूद लोग परंपरागत तार के पंखे को झेलने को विवश हैं। इस मौसम में सुख रहे हलक को शीतलता प्रदान करने के लिए ठंडा पानी भी नहीं मिल रहा है। बड़े ही उम्मीद से लोग अपने घरों में फ्रिज खरीदकर लाए थे कि गर्मी के दिनों में शीतल जल पीने को मिलेगा। लेकिन बिजली विभाग की उदासीनता ने उनलोगों के इस उम्मीद पर पानी फेर दिया। परिणामस्वरूप मिट्टी के घड़े और सुराही की ओर ही लोगों को शीतल जल के लिए निर्भर रहना पड़ रहा है। जिस तरह से इलाके में बिजली की कटौती हो रही है उसके कारण विकास के इस दौर में आधुनिक उपकरण महज दिखावा साबित हो रहा है। पुराने जमाने के संसाधन की ओर लोगों को रूख करने की बाध्यता है।

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