सीटी बजा बच्चे देंगे खुले में शौच नहीं करने की नसीहत
अरवल। स्थानीय इंडोर स्टेडियम परिसर में गुरुवार को लोहिया स्वच्छता अभियान को सफल बनाने को लेकर स्वच्छता समिति द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया।
अरवल। स्थानीय इंडोर स्टेडियम परिसर में गुरुवार को लोहिया स्वच्छता अभियान को सफल बनाने को लेकर स्वच्छता समिति द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी सतीश कुमार ¨सह ने कहा कि स्वच्छता को लेकर सभी को जागरुक होने की जरुरत है। उन्होंने इस मौके पर मौजूद शिक्षकों से इस अभियान को गति देने की बात कही। डीएम ने कहा कि शिक्षक समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे बच्चों के साथ अभिभावकों के भी संपर्क में रहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षक अपने प्रेरणा से पांच शौचालय का निर्माण कराना सुनिश्चित करें। यदि इस तरह से सभी लोग अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे तो निश्चित ही स्वच्छता अभियान पूरी तरह सफल होगा। जिलाधिकारी ने लोक आस्था के महापर्व छठ पर्व से पहले खुले में शौच से मुक्ति पाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि गांवों में टोली बनाकर निगरानी करें। बच्चों की
सेना बनाकर खुले में शौच करने वाले लोगों को देखते ही सीटी बजवाएं। उन्होंने कहा कि युवाओं की कमेटी गठित कर उन्हें सुबह शाम खुले में शौच जा रहे लोगों को ऐसा नहीं करने की नसीहत देने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि 19 नवंबर को इस जिले को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अवधि के अंदर जहां कहीं भी शौचालय का निर्माण नहीं हुआ है वहां शौचालय का निर्माण कराएं। इस मौके पर वंशी प्रखंड में कार्यरत एक महिला शिक्षक ने कहा कि शौचालय निर्माण अभियान के जागरुकता के दौरान कुछ ऐसे लोग भी मिले हैं जिनके पास सिर्फ रहने का एक कमरा है। ऐसे में शौचालय का निर्माण वे लोग कहां कराएं। इसपर डीएम ने कहा कि जो भूमिहीन लोग हैं उन्हें शौचालय निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध कराई जाएगी। अंचलाधिकारी को इसके लिए निर्देश दिया गया है। इस मौके पर जिला कार्यक्रम समन्वयक स्वच्छता अभियान निलेश कुमार ¨सह, क्षेत्रीय कार्यक्रम समन्वयक राहुल कुमार, डीआरडीए के निदेशक विधानचंद्र यादव, जिला शिक्षा पदाधिकारी अमेरिका प्रसाद, जिला कल्याण पदाधिकारी कृष्णा राम, कार्यक्रम पदाधिकारी दिनानाथ विश्वकर्मा, प्रकाश ¨सह समेत शिक्षा विभाग के कई वरीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में शिक्षक मौजूद थे।