वार्ड सदस्यों ने फिर किया नित्यानंद पर ही भरोसा
समाहरणालय के सभागार में गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुए चुनाव में फिर वार्ड सदस्यों ने नगर परिषद के निवर्तमान मुख्य पार्षद नित्यानंद ¨सह पर ही भरोसा किया और उन्हें फिर नगर परिषद के मुख्य पार्षद की बागडोर सौंप दी।
अरवल । समाहरणालय के सभागार में गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुए चुनाव में फिर वार्ड सदस्यों ने नगर परिषद के निवर्तमान मुख्य पार्षद नित्यानंद ¨सह पर ही भरोसा किया और उन्हें फिर नगर परिषद के मुख्य पार्षद की बागडोर सौंप दी। इसी के साथ तकरीबन एक पखवाड़े से मुख्य पार्षद के चुनाव के लिए हो रहे तोड़ जोड़ पर विराम लग गया। जैसे ही बाहर के लोगों को यह जानकारी मिली कि नित्यानंद को ही निर्विरोध मुख्य पार्षद चुन लिया गया। लोग आश्चर्य में पड़ गए। फिर क्या था वहां मुख्य पार्षद के समर्थकों की जमावड़ा लग गई और वे लोग जश्न में डूब गए। जैसे ही नित्यानंद लगभग सभी वार्ड सदस्यों के साथ बाहर निकले मुख्य द्वार के बाहर खड़े लोगों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया और खुशी का इजहार किया। निर्धारित समय पर निर्वाचन की प्रक्रिया आरंभ हुई। अपर समाहर्ता संजीव कुमार सिन्हा ने सदस्यों का स्वागत किया तथा निर्वाचन प्रक्रिया आरंभ किए जाने की घोषणा की। चुनाव सिर्फ मुख्य पार्षद का ही होना था क्योंकि मुख्य पार्षद नित्यानंद ¨सह को मत विभाजन के दौरान कुर्सी गंवानी पड़ी थी। मुख्य पार्षद के लिए पूर्व मुख्य पार्षद अमरेंद्र कुमार, वर्तमान उप मुख्य पार्षद ज्योति रंजन तथा रामाकांत शर्मा ने नामांकन किया। ज्योति रंजन तथा रामाकांत द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करते ही अमरेंद्र कुमार ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया और उन्होंने नित्यानंद ¨सह को नामांकन करने को कहा। बताया जाता है कि नित्यानंद ने शर्त रखी कि यदि सभी तीन लोग नामांकन पत्र वापस लेने को तैयार हों तभी मैं नामांकन कर सकता हूं। उनके कहने के अनुसार सभी तीन लोगों ने नामांकन पत्र वापस लिए जाने का आश्वासन दिया। परिणामस्वरूप नित्यानंद ¨सह ने नामांकन पत्र दाखिल किया। आश्वासन के अनुसार अन्य तीन प्रत्याशियों ने नामजदगी का पर्चा वापस लिया। परिणामस्वरूप निर्वाची पदाधिकारी व अपर समाहर्ता संजीव कुमार सिन्हा ने उनके निर्वाचन की घोषणा की।