सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संसाधनों का है अभाव
अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक संसाधनों का अभाव है।
अरवल। प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आवश्यक संसाधनों का अभाव है। इससे मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अपग्रेड कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तो बना दिया गया लेकिन सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराएगी। पूरे ताम झाम के साथ 30अक्टूबर 2015 को इस केंद्र का उद्घाटन स्थानीय विधायक सत्यदेव ¨सह कुशवाहा द्वारा किया गया था। उद्घाटन के बाद लोगों में यह आशा जगी थी कि अब उन्हें ईलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। लेकिन इससे कोई फायदा नहीं हुआ। गंभीर रोग के मरीजों को आनन फानन में रेफर कर दिया जाता है। यहां तक की स्वीकृत पदों के अनुसार चिकित्सकों व कर्मियों को भी पदस्थापित नहीं किया गया। कर्मियों के रिक्त 30 पदों में 16 ही पदस्थापित हैं। इस केंद्र में बीएचडब्लयू के तीन,एफपीडब्लयू के तीन,एलएचडब्लयू के दो,चालक के एक,एडुकेटर के एक, एलटी के एक,मेडिकल ऑफिसर के तीन,संविदा आधारित मेडिकल ऑफिसर के चार पद स्वीकृत हैं। इस केंद्र में महिलाओं के ईलाज के लिए लंबी कतार लगी रहती है लेकिन एक भी महिला चिकित्सक को पदस्थापित नहीं किया गया है। इस केंद्र में दुर्घटना में जख्मी लोगों का ही प्राथमिक उपचार किया जाता है। साथ ही संस्थागत प्रसव के लिए महिलाएं यहां पहुंचती है तो महिला चिकित्सक के नहीं रहने के कारण अधिकांश को अरवल सदर अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। इस अस्पताल में चिकित्सकों के चार पद स्वीकृत हैं लेकिन मात्र दो ही चिकित्सक कार्यरत हैं। उसमें भी न तो सर्जन हैं और नहीं महिला चिकित्सक ही हैं। यहां मात्र एक एएनएम हैं जब प्रसव के लिए मरीज यहां आती है और किसी कारणवश एएनएम मौजूद नहीं रहती हैं तो उस मरीज को अरवल सदर अस्पताल ही जाना पड़ता है। हालांकि एक ड्रेसर हैं जो साधारण रूप से जख्मी लोगों का बैंडेज कर देते हैं। संसाधनों के अभाव का दंश झेल रहे इस केंद्र के जरिए लोगों को राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है।
पीएचसी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन में स्थानांतरित कर दिया गया है।इस अस्पताल के ओपीडी तथा इंडोर में जरूरत के अनुसार दवा भी उपलब्ध है। हालांकि इस अस्पताल में सर्जन तथा महिला चिकित्सक का होना जरूरी था। यह सही है कि महिला चिकित्सक के नहीं रहने के कारण मरीजों को काफी परेशानी होती है।
अखिलेश वर्मा
स्वास्थ्य केंद्र से लोगों को जरूरत के अनुसार चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रहा है। यहां से केवल रोगियों को रेफर किया जाता है। इस केंद्र में आवश्यक संसाधनों व चिकित्सकों की घोर कमी है।
लालबाबू यादव
महिला चिकित्सक के अभाव में काफी परेशानी होती है। मजबूरी में हमलोगों को निजी चिकित्सालय का सहारा लेना पड़ता है।
अंजनी आनंद
स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों व कर्मियों का अभाव है। हमलोगों को बेहतर ईलाज की सुविधा नहीं मिल पाती है।
रमेश पांडे
इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में परिणत तो कर दिया गया लेकिन चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। इसके कारण मरीजों को काफी परेशानी हो रही है।
विजय यादव