जीविका दीदियों को विभिन्न योजनाओं से जोड़ बनाया जाएगा स्वावलंबी
अरवल। जिलाधिकारी के कार्यालय कक्ष में बुधवार को जीविका दीदियों को जीविकोपार्जन से जोड़ने के उद्देश्य से डीएम रविशंकर चौधरी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
अरवल। जिलाधिकारी के कार्यालय कक्ष में बुधवार को जीविका दीदियों को जीविकोपार्जन से जोड़ने के उद्देश्य से डीएम रविशंकर चौधरी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएम ने कहा कि जो जीविका दीदी अत्यंत गरीब परिवार से संबंध रखते हैं उन्हें सर्वे कर चिन्हित किया जाए। वैसे जीविका दीदी को सरकार के विभिन्न योजनाओं से जोड़कर आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पॉल्ट्री फार्म, चरखा पर सूत की कटाई, बकरीपालन, गौपालन जैसी कई योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का प्रशिक्षण जीविका दीदियों को उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशिक्षण के उपरांत रोजगार के लिए आर्थिक मदद भी दिया जाएगा। इन योजनाओं से जुड़ने से आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का कार्य आरसेटी को सौंपा गया है। जीविका कर्मियों के अलावा आम लोगों को भी इन योजनाओं से जोड़ने का उद्?देश्य सरकार का है। पलायन रोकने की दिशा में इस तरह का रोजगार महत्वपूर्ण कार्य करेगा। डीएम ने कहा कि महादलित टोले में बिस्किट बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। बनाने के साथ-साथ बिक्री की योजना भी बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्?देश्य लोगों के जीवन स्तर में परिवर्तन लाना है। जीविका दीदी सरकार प्रायोजित योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। लेकिन यह जरूरी है कि जब आर्थिक रूप से वे संबल नही रहेगी तो दायित्वों का निर्वहन बखूबी तरीके से नही कर सकती है। ऐसे में सरकार द्वारा जीविका दीदी के लिए विशेष योजना संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में स्वरोजगार के लिए कई प्रकार की योजनाएं संचालित हो रही है। इसके लिए अनुदान भी प्रदान किया जा रहा है। बैठक में पीएनबी आरसेटी के निदेशक मो जियाउद्?दीन, जीविका के जिला योजना प्रबंधक सुरेश चौधरी, खादी ग्रामोद्योग के संचालक पंकज कुमार, अरविद कुमार के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।