हजरत मोहम्मद पैगंबर ने दिया था अमन व भाईचारे का पैगाम
अरवल। प्रखंड क्षेत्र के ईशा अतुल उलूम मदरसा कुर्थाडीह में मुक्कमल-ए-कुरान बनने के अवसर पर सोमवार की रात्रि दोवाए खतमो कुरान का आयोजन किया गया।
अरवल। प्रखंड क्षेत्र के ईशा अतुल उलूम मदरसा कुर्थाडीह में मुक्कमल-ए-कुरान बनने के अवसर पर सोमवार की रात्रि दोवाए खतमो कुरान का आयोजन किया गया। दस्तारे बंदी के आयोजन में विभिन्न जिले से आये धर्म गुरुओं ,विद्वानों व प्रबुद्ध नागरिकों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर आयोजित जलसा व तकरीर की अध्यक्षता करते हुए जामा मस्जिद के इमाम साबिर अली रहमानी ने कहा कि तालीम सभी के लिए अनिवार्य है। शिक्षा हर जाति व धर्म के लिए जायज है। उन्होंने कहा कि हजरत मोहमद पैगंबर साहब ने दुनिया में अमन व भाईचारा का पैगाम दिया था। इस्लाम में दहशतगर्दी का कोई स्थान नही है। जो समाज में नफरत फैलाते हैं वो इस्लाम के अनुयायी नहीं हो सकते।
आयोजित जलसे में धर्मगुरु आलिम ताबिश अली अखली ने कहा कि वही कौम आगे बढ़ा जो अपने बच्चों को तालीम दिया। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म के पवित्र कुरान शरीफ के आयते व हुतुत वर्तमान समय में प्रसांगिक है। धर्म ग्रन्थ के बताए रास्ते पर चलकर महान बना जा सकता है।
आयोजित तकरीर में सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक आरिफ इमाम ने कहा कि किसी भी धर्मग्रंथ को धर्म मे बांटकर नही देखना चाहिए। कोई भी धर्म नफरत व विद्वेष फैलाने की इजाजत नहीं देता है। धर्म का मूल उद्देश्य मानवता की सेवा करना है। उन्होंने कहा कि लोग इसे अपने जीवन में आत्मसात करें।
जलसे में अमीन उल हक उर्फ लड्डू मलिक, डॉ कैसर इमाम , मुखिया पति आफताब आलम, मो दारा, रिकू मलिक , हाफिज नसीमुद्दीन आदि उपस्थित थे। इस दौरान मदरसे के बच्चों द्वारा आकर्षक झांकी की प्रस्तुति की गई। वही छोटे-छोटे बच्चों द्वारा नात शरीफ पढ़ा गया।