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हिन्दी भाषा के गौरवपूर्ण इतिहारस को अक्षुण्ण रखने को करें प्रयास

जागरण संवाददाता, जहानाबाद स्थानीय ग्राम प्लेक्स भवन में शुक्रवार को हिन्दी दिवस के अवसर पर

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Sep 2018 11:04 PM (IST)Updated: Fri, 14 Sep 2018 11:04 PM (IST)
हिन्दी भाषा के गौरवपूर्ण इतिहारस को अक्षुण्ण रखने को करें प्रयास
हिन्दी भाषा के गौरवपूर्ण इतिहारस को अक्षुण्ण रखने को करें प्रयास

जागरण संवाददाता, जहानाबाद

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स्थानीय ग्राम प्लेक्स भवन में शुक्रवार को हिन्दी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने कहा कि हिन्दी हमारे देश के सम्मान का प्रतीक है। इसकी समृद्धि से ही देश की समृद्धि हो सकती है। हमे हिन्दी भाषा के गौरवपूर्ण इतिहास को अक्षुण्ण रखते हुए इसके विकास एवं उन्नति के लिए प्रयास करने की जरूरत है। डीएम ने कहा कि इस देश की राष्ट्रीय भाषा हिन्दी है। हमे उसपर गर्व करते हुए अन्य हिस्सों में भी हिन्दी का प्रचार प्रसार करने की जरूरत है। आज के इस कार्यक्रम में कवियित्री श्रीमती सरीता गुप्ता आकर्षण का केंद्र रही। इस मौके पर एसपी मनीष ने हिन्दी भाषा की प्रगति पर जोर देते हुए कहा कि राज्य के सभी कार्यालयों में हिन्दी में काम किया जा रहा है। यह हिन्दी के प्रति आस्था का प्रतीक है। इस मौके पर कई पुस्तकों, स्मारिका एवं कविता का विमोचन डीएम-एसपी, जिप अध्यक्ष आभा रानी, डीडीसी रामरूप प्रसाद, राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद ¨सह एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी की धर्मपत्नी श्रीमती सरीता गुप्ता द्वारा लिखित जाग रे मन कविता संग्रह का विमोचन भी किया गया। इस कविता संकलन के समीक्षक डॉ रविशंकर शर्मा सहित अन्य लोगों ने बताया कि कवियित्री की 49 कविताओं का संवाद संग्रह है। इस कविता संकलन में उन्होंने नारी जाति की वेदना एवं सामाजिक स्थिति पर सूक्ष्म ²ष्टि डालते हुए समाज में नारी के प्रति न्याय संगत पक्ष अख्तियार करने की वकालत की गई है। कवियित्री श्रीमती गुप्ता भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य प्रबंधक हैं। उन्होंने कहा कि समाज में नारी की स्थिति अभी भी बहुत अच्छी नहीं है। हमें संवेदनशीलता के साथ उसकी स्थिति में और अधिक सुधार लाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। उनके द्वारा चाहिए और सिर्फ चाहिए, दीपावली, प्रभू क्या तुम पाषाण हो गए आदि कविता पाठ किए गए। इस मौके पर अतिथियों द्वारा भारतीय राजनीति के प्रखर पुरोधा अटल बिहारी वाजपेयी की 51 कविता सादर समर्पित का विमोचन किया गया। जिप अध्यक्ष ने कहा कि हिन्दी हमारे राष्ट्रीय गरिमा एवं सम्मान का प्रतीक है। इस मौके पर कवियों, साहित्यकारों, लेखकों, शायरों तथा प्रबुद्ध जनों को अंगवस्त्र तथा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। मौके पर शहर के दर्जनों कवियों ने अपनी कविता पाठ की। संचालन सहित कार्यक्रम की तैयारी में समाजसेवी संतोष श्रीवास्तव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस मौके पर डीडीसी रामरूप प्रसाद, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी शंभुनाथ झा के अलावा कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।


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