दुर्गा पूजा मेले में लिट्टी-जलेबी खाने के बाद दो की मौत, 26 लोग बीमार; बिहार के अरवल का मामला
Bihar News बिहार के अरवल जिले में बड़ा हादसा हो गया है। यहां दुर्गा पूजा मेले में लिट्टी और जलेबी खाने के बाद दो दर्जन से अधिक लोग बीमार पड़ गए। दो लोगों की मौत भी हो गई।
जागरण संवाददाता, अरवल : बिहार में अरवल जिले के अलग-अलग गांवों में दशहरा के मौके पर लगे मेलों में दुकानों से लिट्टी, जलेबी और पकौड़ी खाने से पिता-पुत्र की मौत हो गई तथा 26 लोग बीमार हो गए। सभी को उल्टी व सांस लेने में दिक्कत है। सभी को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां डाक्टर उनकी हालत स्थिर बता रहे हैं। मंगलवार की देर रात से सदर अस्पताल में बीमार लोग आने लगे थे। बुधवार सुबह तक इनकी संख्या 26 हो गई। रामपुर चौरम थाना क्षेत्र के इटावा गांव निवासी 45 वर्षीय लालबाबू ¨बद की मौत उनके घर पर हो गई, वहीं उनके आठ वर्षीय पुत्र गौतम कुमार की मौत सदर अस्पताल में बुधवार की सुबह आठ बजे हो गई।
स्वजन ने बताया कि मंगलवार को पिता व पुत्र ने ओलदाज बाजार में लगे मेले में लिट्टी खाई थी। संभवत: तेल विषाक्त था, जिससे रात में दोनों की तबीयत बिगड़ गई। बच्चे को लेकर स्वजन अस्पताल गए, तब तक घर में उसके पिता की मौत हो गई। वहीं, करपी प्रखंड के रोहाई गांव में दुर्गा पूजा मेले में ब्रेड पकौड़ा व जलेबी आदि खाने से खेदरु बीघा, गाजीपुर, गुलाब ¨सह के इंग्लिश, बारा, रिहाई सहित आसपास के आधा दर्जन गांव के 14 बच्चे सहित 26 लोग बीमार पड़ गए। ये सभी सदर अस्पताल में भर्ती हैं। अस्पताल उपाधीक्षक रमन आर्यभट्ट ने बताया कि लोग फूड प्वाइज¨नग के शिकार होकर अस्पताल में आए हैं। इनमें अधिकतर बच्चे हैं।
इन गांवों के लोग हैं बीमार
बीमार लोगों में करपी थाना क्षेत्र अंतर्गत केश्वर बीघा गांव, बाजीतपुर और बारा रोहाई के निवासी शामिल हैं। सुबह इलाज के दौरान दो लोगों की मौत हुई है। मृतकों में बाबूलाल बिंद उम्र 40 वर्ष एवं गौतम कुमार आठ वर्ष हैं। दोनों पिता-पुत्र हैं। बीमार लोगों में 9 छोटे-छोटे बच्चे हैं। कुछ महिलाएं भी हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। अब दो लोगों की मौत हो गई है।
लालबाबू की घर पर ही हो गई मौत
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रामपुर चौरम थाना क्षेत्र के इटवा गांव निवासी 45 वर्षीय लालबाबू बिंद की मौत उनके घर पर हो गई, वही उनके 8 वर्षीय पुत्र गौतम कुमार की मौत सदर अस्पताल में बुधवार की सुबह 8 बजे हो गई। अन्य बीमार लोगों का मामला दूसरे मेले से जुड़ा है।
ओलदाज बाजार में मेला देखने गए थे पिता-पुत्र
मृतक के परिवार ने बताया कि मंगलवार को ओलदाज बाजार में नवमी मेला देखने पिता-पुत्र गए थे। वहां पर छना हुआ लिट्टी खायी थी। रात में दोनों को तबीयत बिगड़ी। बच्चे को लेकर परिवार के लोग अस्पताल आए, तब तक घर पर पिता की मौत हो गई। इस घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
रोहाई गांव के मेले से आए ज्यादातर केस
इधर, करपी प्रखंड के रोहाई गांव में दुर्गा पूजा मेले में छना हुआ ब्रेड-जलेबी आदि खाने से खेदरु बीघा, गाजीपुर, गुलाब सिंह के इंग्लिश, बारा, रिहाई सहित आसपास के आधा दर्जन गांव के 14 बच्चे सहित 26 लोग सदर अस्पताल में उल्टी और सांस लेने की समस्या को लेकर भर्ती हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अरवल तथा करपी प्रखंड के दर्जनों गांव में कई लोग विषाक्त भोजन के शिकार हो गए हैं और क्लिनिक में अपना इलाज करा रहे हैं।
ज्यादार बच्चे आए हैं अस्पताल में
अस्पताल उपाधीक्षक रमन आर्यभट्ट ने बताया कि बच्चे की मौत अस्पताल में हुई है। उसको सांस लेने में समस्या थी बहुत से लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार होकर अस्पताल में आए हैं जिनमें अधिकतर बच्चे हैं। अस्पताल में फूड प्वाइजनिंग के शिकार आए मरीजों का इलाज किया जा रहा है सभी का स्थिति अभी सुधार में है।