रात भर गीत संगीत की लहरियों में गोता लगाते रहे श्रोता
अरवल। सती स्थान के नाम से विख्यात लारी गढ़ पर शनिवार की रात नामी गिरामी भोजपुरी गायकों की जादू सिर चढ़कर बोल रहा था।
अरवल। सती स्थान के नाम से विख्यात लारी गढ़ पर शनिवार की रात नामी गिरामी भोजपुरी गायकों की जादू सिर चढ़कर बोल रहा था। सुर संग्राम के नाम से आयोजित इस सांस्कृतिक समागम का न सिर्फ अरवल जिले के बल्कि जहानाबाद ,गया तथा पटना जिले के भी बड़ी संख्या में श्रोता इस भव्य कार्यक्रम के गवाह बन रहे थे। यूं तो इस गढ़ पर एक दशक से भी अधिक दिनों से इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं लेकिन इस साल की भीड़ ने पिछले सारे रिकार्ड को तोड़ दिया था। लारी के चारों ओर से आने वाले लोगों का तांता तो लगा ही था कुर्था से लारी तक घंटों जाम की स्थिति कायम रही थी। गनीमत थी कि इस समारोह के उद्घाटन करने के लिए आने वाले लोगों को जाम का सामना नहीं करना पड़ा। वरना वे लोग भी निर्धारित समय पर कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंच पाते और नहीं समय पर वहां से वापस लौट पाते। हजारों लोग दो पहिए एवं चार पहिए वाहनों से सवार होकर भोजपुरी गायकों को देखने व सुनने आए थे। आयोजक भी भीड़ को देखकर काफी गदगद थे। कुछ देर के लिए तो अफरा तफरी का माहौल भी कायम हो गया था। भीड़ इतनी अधिक थी कि वैरिके¨टग भी उनलोगों को रोक नहीं पा रहा था। लेकिन स्वयं सेवकों की सक्रियता के कारण शांतिपूर्ण ढंग से कार्यक्रम का संचालन हुआ। हालांकि इस भव्य समारोह में शामिल होने के लिए देश के जाने माने अभिनेता, दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद मनोज तिवारी भी यहां आए थे। बड़ी संख्या में लोग भी उन्हें देखने और सुनने के लिए आए थे। लेकिन वे समारोह के उद्घाटन के उपरांत एक गीत गाए और निकल पड़े। हालांकि भोजपुरी के सुपर स्टार मनोज तिवारी ने जैसे ही जीय हो बिहार के लाला की तान छेड़ी तो दर्शकों का उत्साह परवान चढ़ने लगा। उन्होंने इंटरनेशनल लिट्टी चोखा पर लाकर छोड़ दिया। श्री तिवारी ने सतीमैया की स्तूति में एक अंतरा भी गाया। जैसे ही जाने माने भोजपुरी गायक सह अभिनेता खेसारी लाल यादव ने मां की भक्ति गीत से कार्यक्रम की शुरूआत की वहां मौजूद सारे लोग उसके साथ हो गए। सबका हाथ उपर हो गया। बड़े ही विनम्र भाव से उन्होंने इस भव्य कार्यक्रम की शुरूआत की। वहां मौजूद श्रोताओं का इंतजार इस मसहूर भोजपुरी गायक का था। जैसे ही उन्होंने भक्ति गीत की शुरूआत की। वहां मौजूद भारी भीड़ ने तालियों की गडगड़ाहट से उनका स्वागत किया। खेसारी लाल यादव ने गीत की शुरूआत करने के पहले लारी की मिट्टी का नमन किया। उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने में इस एतिहासिक मिट्टी का काफी योगदान रहा है। उन्होंने श्रोताओं से कहा कि इस एतिहासिक गढ़ पर पहले भी कई बार उन्हें आने का मौका मिला है। उन्होंने भीड़ के अनुसार एक से बढ़कर नगमे पेश कर लोगों के समक्ष अपनी उपस्थिति का एहसास कराया। जैसे ही परी के भेष में भोजपुरी के सुपर स्टार अभिनेत्री अक्षरा ¨सह मंच पर पहुंची उपस्थित भीड़ ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया। अक्षरा ने एक गजल से कार्यक्रम की शुरूआत की। जिस पगले को दिल से चाहा न जाने उसने क्यूं मुंह मोड़ लिया, इस बच्चे दिल को बेदर्दी ने दो टूकड़ों में तोड़ दिया की तान ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद तो उन्होंने भीड़ के नव्ज को टटोला और जमकर ठुमका लगाया। उसके ठुमके पर जवान तो झूम ही रहे थे बूढ़े भी झूमने को मजबूर हो गए। इस कार्यक्रम में जहानाबाद जिले की मिट्टी में जन्मे शिव कुमार विकु के अलावा भोजपुरी अभिनेता रवि रंजन, अंकुश राजा आदि लोगों ने खुब वाहवाही लूटी। कब सुबह हुआ लोगों को इसका एहसास भी नहीं हुआ। आयोजन में स्थानीय मुखिया अमरेंद्र शर्मा, अजीत कुमार ¨टकू, रवि कुमार, पूर्व मुखिया जितेंद्र शर्मा, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष शशि रंजन, मृत्युंजय कुमार के साथ ही लारी गांव के युवाओं की टीम ने महती भूमिका निभाई।