¨हदी के लिए कुछ किया जाए तो लगता है अच्छा : जिला न्यायाधीश
अररिया। ¨हदी के लिए ¨हदी में कुछ किया जाए तो अच्छा लगता है। ¨हदी हमारी राष्ट्रभाषा है,
अररिया। ¨हदी के लिए ¨हदी में कुछ किया जाए तो अच्छा लगता है। ¨हदी हमारी राष्ट्रभाषा है, जो हमारे अन्त:करण में बसती है। हमें ¨हदी जैसी मातृभाषा के प्रति समर्पित होना होगा। ¨हदी की जो भी बोलियां हैं वे ¨हदी की बेटियां हैं। इसके लिए हमें ¨हदी भाषा बोलने में हिचक नहीं होनी चाहिए। ¨हदी हमारी मातृभाषा है। हमें इसे काम-काज की भाषा के रूप में अपनाना होगा, तब ही ¨हदी के विकास को नये आयाम तक पहुंचा सकते हैं। उक्त बातें शुक्रवार को न्यायालय परिसर में ¨हदी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में डीएलएसए अध्यक्ष सह जिला न्यायाधीश राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कही। इससे पूर्व जिला न्यायाधीश ने दीप प्रज्जज्वलित कर कार्यक्रम का उन्होंने शुभारंभ किया। उनके साथ प्रधान न्यायाधीश राम प्रकाश भी मौजूद रहे। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में जिला न्यायाधीश ने कहा कि मातृभाषा वह चीज है, जिसे हम सपने में देखते हैं। ¨हदी भाषा बोलने के साथ ही अन्य भाषाओं को भी तिरस्कार नहीं करना चाहिए, जिस दिन ¨हदी बोलने में हम गर्व महसूस करेंगे, सच में ¨हदी कहां से कहां ऊंचाई पर पहुंच जाएगी। हमें यह सोचना चाहिए कि ¨हदी आखिर किस दिशा में चल पड़ी है। यह इतना जटिल भी नहीं चाहिए कि हमें कोई दिक्कत हो। उन्होंने ¨हदी में काम करने वाले कई अधिवक्ताओं को साधुवाद दिया और उपस्थित लोगों को ¨हदी के प्रति आह्वान करते अपने मातृभाषा के विकास के लिए संकल्पित होने की बात कही। इस अवसर पर सभी न्यायाधीशगण, दोनों अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष देवेंद्र मिश्रा व विनोद प्रसाद, अधिवक्ता सोहन लाल ठाकुर आदि ने भी ¨हदी भाषा के प्रति झुकाव व काम काज में ¨हदी को व्यवहार के द्वारा ही विकास होने पर बल दिया। अंत में डीएलएसए सचिव सह सबजज संजीव कुमार ने ¨हदी के प्रति समर्पित होने आदि चर्चा कर सबों का धन्यवाद किया।