नेपाल में दोहरी नागरिकता के आरोप में 10 भारतीय गिरफ्तार, ऐसे ही मामले में उप प्रधानमंत्री की गई थी कुर्सी
नेपाल में दोहरी नागरिकता की व्यवस्था नहीं है। दोहरी नागरिकता की वजह से ही बीती जनवरी में नेपाल में उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री रवि लामिछाने सुप्रीम कोट में नागरिकता की लड़ाई हार गए थे। दो-तीन महीनों से नेपाल पुलिस ने दोहरी नागरिकता को लेकर सख्ती बढ़ा दी है।
संवाद सूत्र, जोगबनी (अररिया): पड़ोसी देश नेपाल में दोहरी नागरिकता रखने वालों पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। रविवार को नेपाल पुलिस की अपराध अनुसंधान टीम ने दोहरी नागरिकता रखने वाले एक ही परिवार के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। ये लोग मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के रहने वाले हैं।
अपराध अनुसंधान कार्यालय के प्रमुख एसएसपी मनोज केसी ने प्रेस वार्ता में बताया कि साढ़े तीन महीने के लंबे अनुसंधान के बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया। सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं, जिन्होंने नेपाल के विभिन्न जिलों से नागरिकता प्राप्त की है।
भारतीय नागरिक होने के मिले प्रमाण
इन सबके पास भारतीय नागरिक होने के भी प्रमाण हैं। एसएसपी ने कहा कि सभी भारत के उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के इब्राहिम पट्टी ग्राम पंचायत भीमपुरा थाना बेल्थरा रोड के भी स्थायी निवासी हैं।
इन लोगों ने सिरहा, बारा, पर्सा, रुपन्देही सहित अन्य जिले से नेपाली नागरिकता ली थी। गिरफ्तार लोगों में भरत प्रसाद गुप्ता (55), राहुल गुप्ता (30), ज्ञानमती देवी गुप्ता (50), गोपाल गुप्ता (39), रामसुन्दर गुप्ता (44), रामप्रवेश गुप्ता (43), भरत गुप्ता (46), स्नेहलता गुप्ता (42), मिनदेवी गुप्ता (49) व राजेश कुमार गुप्ता (52) शामिल हैं।
दोहरी नागरिकता रखने वाले और भी कई लोग पुलिस की निगरानी में हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
उप प्रधानमंत्री को गंवानी पड़ी थी कुर्सी
नेपाल में दोहरी नागरिकता की व्यवस्था नहीं है। दोहरी नागरिकता के कारण ही गत जनवरी में नेपाल में उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री रवि लामिछाने सुप्रीम कोट में नागरिकता की लड़ाई हार गए थे। कोर्ट ने लमीछाने की संसद की सदस्यता रद कर दी थी।
नेपाल के संविधान के अनुसार किसी अन्य देश की नागरिकता लेने वाले व्यक्ति की नेपाली नागरिकता स्वत: रद हो जाती है।
सीमा पार के सूत्रों का कहना है कि हाल के दो-तीन महीनों में नेपाल पुलिस ने दोहरी नागरिकता को लेकर सख्ती बढ़ा दी है। दोहरी नागरिकता से संबंधित किसी भी सूचना को पुलिस गंभीरता से ले रही है।
नेपाल में दोहरी नागरिकता लेने का एक उद्देश्य जमीन की खरीद-बिक्री भी है। नागरिकता मिल जाने के कारण इसमें आसानी हो जाती है।