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श्रमिक विरोधी है सरकार की नीतियां

अररिया। सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों सहित सार्वजनिक उद्योगों के विनिवेश व निजीकरण के

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Jan 2019 12:59 AM (IST)Updated: Thu, 10 Jan 2019 12:59 AM (IST)
श्रमिक विरोधी है सरकार की नीतियां
श्रमिक विरोधी है सरकार की नीतियां

अररिया। सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों सहित सार्वजनिक उद्योगों के विनिवेश व निजीकरण के विरोध में बुधवार को भी कर्मचारियों का हड़ताल जारी रहा। जिस कारण पोस्ट ऑफिस, भारतीय जीवन बीमा निगम एवं एसोसिएशन से जुड़े बैंक में ताले लटके नजर आए। वहीं अपने अपने शाखा के बाहर कर्मचारी बैनर लगाकर धरना प्रदर्शन करते रहे। हड़ताल के कारण आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ज्यादा परेशानी खासकर ग्रामीण क्षेत्र से आए लोगों को हुई जिन्हें हड़ताल की जानकारी नहीं थी। मायूस होकर लौटते हुए नजर आए। पोस्ट ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे कोमल कुमार भारती ने कहा कि मौजूदा सरकार की नीतियां पूरी तरह श्रमिक विरोधी है। कहा कि सरकार मात्र लाभ कमाने के उद्देश्य से श्रमिकों के हितों की अनदेखी कर सार्वजनिक उद्योगों के विनिवेश व निजीकरण का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर कर्मचारी मनीष कुमार, इंदु भूषण कुमार, धनंजय कुमार, सतीश कुमार, नमामि शंकर, उमेश भारती, योगेंद्र पासवान, कन्हैया लाल भगत, सीताराम पासवान सहित अन्य ने जमकर विरोध जताया। इधर एलआईसी के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर रहे बीमा कर्मचारी संघ के जीसी मेम्बर शंभु कुमार ने कहा कि सरकार जब तक मांगों को पूरा नही करती है आंदोलन होता रहेगा। उधर हड़ताल के चलते प्रीमियम राशि की अदायगी करने सहित विभिन्न कार्यों से पहुंचे लोगों को निराश होकर लौटना पड़ा। इस मौके पर राजीव बनर्जी, प्रमोद कुमार, आशीष कुमार, कमलेश्वरी मेहता, विनोद कुमार, अजय कुमार, राजीव रंजन, शंकर कुमार, मंजीत कुमार ¨सह, जितेंद्र नारायण दास, अजय कुमार ¨सह, महेश पासवान सहित अन्य मौजूद थे।

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