मूर्ति को अंतिम रूप देने में जुटे कलाकार
अररिया। एक फरवरी को होने वाले सरस्वती पूजा की तैयारी भारत-नेपाल सीमा के फुलकाहा, सोन
अररिया। एक फरवरी को होने वाले सरस्वती पूजा की तैयारी भारत-नेपाल सीमा के फुलकाहा, सोनापुर, घुरना, बसमतिया, सुरसर, भोड़हर आदि क्षेत्रों में जोर-शोर से की जा रही है। स्कूली छात्र छात्रा मां सरस्वती की पूजा के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में जी-जान से लगे हुए हैं। अनुमान के मुताबिक इन क्षेत्रों में तीन दर्जन पूजा पंडाल बनाए जा रहे हैं। पूजा की तैयारी में धन जुटाने के लिए बच्चे चंदा रसीद काट रहे हैं। विद्या की देवी मां सरस्वती के प्रति युवाओं में एवं बुजुर्गों में भी आस्था प्रगाढ़ है तभी तो वे भी बच्चों को भरपूर सहयोग दे रहे हैं। कुछ बच्चों ने प्रशासन की इस घोषणा से कि पंडालों में ऊंची आवाज में डीजे नहीं बजेगें इससे नाराज है। इधर प्रतिमाओं को बनाने में जुटे मूर्तिकार मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने की तैयारी कर रहे हैं। एक एक कालाकरों पर मूर्ति बनाने का इतना लोड है कि वे दिन रात मेहनत कर रहे हैं। क्षेत्र में पूजा को लेकर काफी चहल पहल बढ़ गयी है।