सखी वन स्टॉप सेंटर से होगा महिला समस्याओं का निराकरण
अररिया। अब जिले की महिलाओं को दहेज प्रथा घरेलू हिसा या अन्य कारणों से पीड़ित होने पर
अररिया। अब जिले की महिलाओं को दहेज प्रथा, घरेलू हिसा या अन्य कारणों से पीड़ित होने पर दर-दर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार की ओर से उन्हें सखी वन स्टॉप सेंटर में कानूनी सलाह से लेकर रहने और खाने तक की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। जिले का पहला सखी हेल्पलाइन सेंटर खोलने के लिए प्रशासनिक कवायद आरंभ हो गई है। सरकार के आदेश के बाद डीएम प्रशांत कुमार सीएच द्वारा सखी हेल्पलाइन सेंटर निर्माण करने के लिए जमीन चिह्नित करने का आदेश निर्गत किया गया है।
डीपीओ आइसीडीएस को निर्देश देते हुए 15 दिनों के अंदर जमीन चिन्हित कर भवन निर्माण कार्य आरंभ करने का निर्देश दिया गया है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो आगामी दो माह के अंदर जिले में सखी हेल्पलाइन सेंटर की स्थापना हो जाएगी। जिसके बाद एक ही छत के नीचे पीड़ित महिलाओं को रहने, खाने सहित कानूनी सहायता भी उपलब्ध कराई जायेगी।।
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नर्स, मनोवैज्ञानिक, वकील सहित अन्य कर्मियों की होगी नियुक्ति-सखी वन स्टॉप सेंटर की स्थापना को लेकर जमीन चिन्हित और भवन निर्माण के साथ ही कर्मियों की नियुक्ति के लिए भी निर्देश दिया गया है। सरकार के अधिसूचना के आलोक में डीएम प्रशांत कुमार सीएच द्वारा आइसीडीएस डीपीओ सीमा रहमत को निर्देश जारी कर वन स्टॉप सेंटर में नर्स, मनोवैज्ञानिक, वकील सहित अन्य कर्मियों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकालने का निर्देश दिया गया है। मिली जानकारी के अनुसार दहेज प्रताड़ित, घरेलू हिसा से पीड़ित, बुजुर्ग, मानसिक दिव्यांग और अन्य कारणों से घर से निकली किशोरी व महिलाओं के लिए यह सेंटर बनाया जायेगा। इस सेंटर में महिलाओं को 5 से 10 दिन तक रखने की व्यवस्था होगी। दो नर्स देखभाल के लिए मौजूद रहेंगी। एक मनोवैज्ञानिक परामर्श देगा और जरूरत पड़ी तो कानूनी सलाह भी सरकारी अधिवक्ता के माध्यम से मुहैया कराई जाएगी। चूंकि यहां मानसिक दिव्यांग महिलाओं को भी रखा जाएगा इसलिए सरकारी चिकित्सकों से भी मदद ली जायेगी।
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20 लाख की राशि से होगा सेंटर का निर्माण :
जिले में सखी हेल्पलाइन सेंटर निर्माण के लिए बीस लाख से अधिक की राशि खर्च की जायेगी और आधुनिक भवन बनाया जाएगा जिसमें महिलाओ के भोजन बनाने के लिए किचन, रहने के आधुनिक सुविधा युक्त रुम, शौचालय, मेडिकल किट सहित अन्य सुविधा की व्यवस्था की जायेगी।
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सुरक्षा के होंगे कड़े इंतजाम
सखी हेल्पलाइन की व्यवस्था 24 घंटे चालू रहेगी। घरेलू हिसा या किसी अन्य कारण से पीड़ित महिला कभी भी जारी हेल्पलाइन पर फोन कर मदद प्राप्त कर सकती है। हेल्पलाइन के कर्मियों के पास अपनी गाड़ी की भी सुविधा मौजूद होगी जो रात में भी किसी महिला के मदद के लिए जिलान्तर्गत कही भी आ जा सकेगी। इसके आलवा हेल्पलाइन सेंटर में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किये जायेंगे। इसके लिए सुरक्षा कर्मियों और पुलिस के जवानों को तैनात किया जायेगा जो शिफ्ट के अनुसार दिन रात सखी हेल्पलाइन सेंटर में सुरक्षा प्रदान करेंगे। जानकारी देते आइसीडीएस डीपीओ सीमा रहमत ने बताया कि कई बार महिलाओं को ससुराल पक्ष के द्वारा घर से निकाल दिया जाता है या दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता है। इसके अलावा परिजनों से नाराज होकर किशोरी या युवती भी घर छोड़कर चली जाती हैं। ऐसे में उनके साथ आपराधिक घटना होने की आशंका रहती है। इसलिए हेल्पलाइन सेंटर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जायेंगे ताकि वहां रह रही महिला अपने आपको सुररलाल सुरक्षित महसूस कर सकें।
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महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने में होगा बेहतर साबित
जानकारों की माने तो सखी वन स्टॉप हेल्पलाइन सेवा जिले की महिलाओं के समस्या निराकरण के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इससे पहले बिहार के अन्य जिलों में ये सेवा काफी प्रभावशाली रही है। जहां महिलाओं से जुड़ी अनेकानेक समस्याओं का निराकरण हुआ है साथ ही महिला अत्याचार में तुरंत न्याय भी परिलक्षित हुआ है। यह जानकारी देते हुए आइसीडीएस डीपीओ सीमा रहमत ने बताया कि महिला अपने समस्याओं के बारे में हर किसी के सामने बया करने में झिझक महसूस करती है जिसके कारण उस पर अत्याचार भी बढ़ते चले जाते है। सखी हेल्पलाइन सेंटर के माध्यम से उनकी झिझक दूर करने का प्रयास किया जाता है साथ ही ये विश्वास दिलाया जाता है की इसी सेंटर के माध्यम से उनकी हर समस्या जैसे कानूनी, चिकित्सा, तत्काल आवास, भोजन आदि, का निराकरण कर उसे न्याय दिलाया जाएगा।
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सरकार द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर खोलने का आदेश दिया गया है जिसके आलोक में जमीन चिन्हित करने और भवन निर्माण करने को लेकर कार्यवाही की जा रही है। बहुत जल्द ही महिला के लिए ये अहम सेवा उपलब्ध हो जायेगी। मुझे यकीन है कि ये अररिया की महिलाओं के समस्या निराकरण हेतु काफी उपयोगी साबित होगा
-प्रशांत कुमार सीएच, डीएम, अररिया।