भय के माहौल में जी रहे नदी-तटवासी
अररिया। संसू, सिकटी (अररिया) : सिकटी प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली बकरा व नूना नदी में
अररिया। संसू, सिकटी (अररिया) : सिकटी प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली बकरा व नूना नदी में कब जल स्तर में वृद्धि हो जाती है तथा कब जल स्तर में कमी आ जाती है किसी को पता नहीं चल पाता है । बकरा व नूना नदी के किनारे बसे गांव के लोग बरसात के दिनों में भय के माहौल में जीने को विवश हैं कि कब बकरा व नूना नदी के किनारे बसे गांव के लोगों का घर बकरा व नूना नदी में विलीन हो जायेगा तथा कब यह दोनों नदी किधर कटाव करना शुरू कर दे किसी को पता नहीं चलता है । तीरा खारदह निवासी गणेश मिश्र, बासुदेव मंडल ,सुमन झा, नेमुआ निवसी रोदन मंडल सहित लाल मंडल प्रकाश यादव सहित कई लोगों ने बताया कि पहले बकरा नदी कुर्साकांटा के नजदीक बहती थी धीरे धीरे बकरा नदी पूरब की ओर कटाव करते गयी। विगत दस पंद्रह वर्षों में हम लोगों का घर कई बार बकरा नदी में विलीन होते रहा, लेकिन न प्रशासन द्वारा और न ही प्रतिनिधियों द्वारा कटाव से स्थाई निदान करा पाया है । वहीं करहबाड़ी गांव के पास बकरा नदी ने कटाव तेज कर दिया है जिस कारण एबीएम सिकटी सड़क पर कटाव का खतरा मंडराने लगा है। इस कटाव की समस्या से निपटने के लिए कई बार प्रशासन व नेताओं को अवगत कराया गया है, लेकिन करहबाड़ी गांव के पास बकरा नदी के कटाव को रोकने के लिए अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गयी है । वहीं बकरा नदी ने नेमुआ पिपरा गांव के पास भी बहुत तेजी से कटाव कर रहा हैं । नेमुआ पिपरा गांव के कई परिवार बकरा नदी से विगत आठ दस वर्षों में विस्थापित होकर बकरा नदी से दूर जाकर घर बनाये हैं, लेकिन कटाव को देखकर ऐसा लगता है कि फिर बकरा नदी बस्ती की ओर कटाव कर रहा हैं । नूना नदी में भी कटाव तेजी से जारी है । कुल मिलाकर बकरा व नूना नदी के किनारे बसे गांव के लोग बरसात के दिनों में भय के माहौल में जीने को विवश हैं ।