भाइयों ने बहनों के घर जाकर लिया न्यौता
अररिया। शुक्रवार को बहन-भाई के प्रेम का प्रतीक भ्रातृ द्वितीया पर्व उत्साह और उमंग के साथ
अररिया। शुक्रवार को बहन-भाई के प्रेम का प्रतीक भ्रातृ द्वितीया पर्व उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। भाई अपने बहनों के घर जाकर न्यौता लिया । आज के दिन सभी बहनें अपने भाई की बाट जोहती है। भाई वस्त्र मिठाई आदि लेकर बहन के यहां जाते है। बहना सुबह से ही अपने घर आंगन को साफ सुथरा कर लेती है। पीतल के बर्तन में जल, पान पिठार ¨सदूर रखकर भाई से न्यौता लेती है। भाई को तिलक लगाकर उसके दीर्घायु होने की कामना करती। फिर भाई को प्रेमपूर्वक भोजन कराती है। भाई भी अपने बहन की सुरक्षा और अखंड सौभाग्यवती होने की कामना करते हैं। जिन भाई को एक से अधिक बहन होती हैं वे एक दिन पूर्व ही बहन के घर पहुंचकर सवेरे न्यौता लेकर दूसरी बहन के यहां जाते हैं। परन्तु इस पर्व पर सभी भाई अनिवार्य रूप से बहन से न्यौता लेते हैं। भाई बहन के प्रेम का प्रतीक इस पर्व की परंपरा अत्यंत प्राचीन है।