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अधिक पानी जमा होने से फसल लगाने वालों को मिलेगी क्षतिपूर्ति

अररिया। कला संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री डा. आलोक रंजन ने कहा कि बाढ़ के पानी से नुकसान हुए फसल व अधिक पानी जमा होने से फसल नहीं लगाने वाले किसानों को फसल क्षर्ति पूर्ति दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को स्थल निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा। प्रभारी मंत्री बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के बाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक और अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिया। किसानों की क्षतिपूर्ति सरकार द्वारा दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 15 Sep 2021 09:22 PM (IST)Updated: Wed, 15 Sep 2021 09:22 PM (IST)
अधिक पानी जमा होने से फसल 
लगाने वालों को मिलेगी क्षतिपूर्ति
अधिक पानी जमा होने से फसल लगाने वालों को मिलेगी क्षतिपूर्ति

अररिया। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री डा. आलोक रंजन ने कहा कि बाढ़ के पानी से नुकसान हुए फसल व अधिक पानी जमा होने से फसल नहीं लगाने वाले किसानों को फसल क्षर्ति पूर्ति दी जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को स्थल निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा। प्रभारी मंत्री बुधवार को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के निरीक्षण के बाद सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक और अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिया। किसानों की क्षतिपूर्ति सरकार द्वारा दिया जाएगा।

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इस दौरान बाढ़, अवलावृष्टि, कोरोना महामारी, क्षतिग्रस्त सड़क, पुल पुलिया आदि की समीक्षा की गई।

मंत्री ने किया स्थल निरीक्षण :

प्रभारी मंत्री ने मुरबल्ला चौक, गुरमी, खवासपुर, सौरगावँ, रहटमीना, ताराबाडी अररिया सड़क का स्थल निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सौरगांव के पास क्षतिग्रस्त सड़क की मरम्मत शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया। प्रभावित अंचलों के पंचायतों तथा जिले में नाव से संबंधित एवं अररिया जिले में पालिथीन सीट्स के भंडारण, दैनिक वर्षापात, महाजाल की उपलब्धता, लाइफ जैकेट की उपलब्धता, प्रशिक्षित मोटर बोट चालकों, प्रशिक्षित गोताखोरों के बारे में, आश्रय स्थल, इंडस्ट्रियल सायरन अधिष्ठापन, बाढ़ से फसल क्षति, पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीएचईडी आदि विभाग के कार्याों की प्रगति की समीक्षा की गई।

33 फीसदी से अधिक पंचायतों की संख्या नौ :

समीक्षा के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया गया कि इस वर्ष बाढ़ से सीकटी, कुर्साकांटा एवं पलासी प्रखंड अधिक प्रभावित हुआ है। यहां 33 फीसदी से अधिक नुकसान हुआ है। इन पंचायतों की संख्या नौ है। 33 फीसदी से अधिक कुल प्रभावित रखवा 1737 हेक्टेयर है।

बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश : सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया कि पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य केंद्रों का बेहतर ढंग से आम लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएं। चिकित्सकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित कराने का भी निर्देश दिया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिले में पशु अस्पतालों को नियमित रूप से पशुओं को स्वास्थ्य सेवा के लिए डॉक्टर की व्यवस्था करें, उनका मोबाइल नंबर नाम के साथ बोर्ड लगाएं। मवेशियों को वैक्सीनेशन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

संबंधित सभी पदाधिकारियों को माननीय मंत्री जी द्वारा निर्देशित किया गया कि 15 अक्टूबर तक संभावित बाढ़ से सतर्क रहें। यह मानकर नहीं चले कि अब बाढ़ नहीं आएगा। आपदा प्रभारी को निर्देशित किया गया कि बाढ़ से प्रभावित पीड़ित लाभुकों को राहत मुआवजे की राशि नियमानुसार भुगतान सुनिश्चित करें। मौके पर विधायक फारबिसगंज, विद्यासागर केशरी व नरपतगंज विधायक जयप्रकाश यादव,भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष सुराणा, सांसद प्रतिनिधि संजय मिश्रा तथा नगर परिषद अध्यक्ष अररिया एवं जोगबनी अपर समाहर्ता, डीडीसी, कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण, आरडब्ल्यूडी, आरसीडी, सिचाई, उच्च पथ, प्रभारी पदाधिकारी आपदा तथा सभी दलों के जिला अध्यक्ष एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।


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