शिक्षक संघ ने अनिश्चितकालीन धरने की दी चेतावनी
अररिया। समान कार्य समान वेतन और अन्य मांगों को लेकर जिले में शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन लगा
अररिया। समान कार्य समान वेतन और अन्य मांगों को लेकर जिले में शिक्षकों का धरना-प्रदर्शन लगातार जारी है। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने शनिवार को विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सरकार की धमकियों और दमनकारी कार्रवाइयों से शिक्षक आंदोलन और उग्र होगा। समय रहते राज्य सरकार शिक्षकों की न्यायोचित सभी मांगों को यदि पूरा नहीं करती है तो आरपार की लड़ाई में सरकार को मुंह की खानी पड़ेगी। शिक्षक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को विवश हो जायेंगे। उक्त बातें प्रारंभिक माध्यमिक शिक्षक संघ, बिहार प्रदेश के प्रदेश संगठन महामंत्री सह बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष मोर्चा के प्रांतीय सदस्य और धरना कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पवन पावक ने विज्ञप्ति जारी कर बताया है। पावक ने कहा है कि राज्य सरकार न केवल नियोजित शिक्षकों के साथ दोहरा मापदंड अपना रही है बल्कि नियमित शिक्षकों के साथ भी धोखा कर उन्हें उनके कई संवैधानिक अधिकारों से वंचित कर रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संघ के जिला महामंत्री ललित पोद्दार ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा यदि नियोजित शिक्षकों को समान वेतन देने से राज्य की योजनाएं बंद हो सकती है तो सबसे पहले अपने विधायकों का वेतन और मंत्रियों की सुविधाओं में कटौती करें। मौके पर प्रतिनिधिमंडल द्वारा जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को नौ सूत्री मांग पत्र सौंपा गया। धरना का संचालन करते हुए विभाग प्रमुख राजेश कुमार ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को सु²ढ़ किए बिना प्रदेश की उन्नति संभव नहीं है और शिक्षक, शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ है। यह सरकार को तय करना है कि वह शिक्षा व्यवस्था को कहां ले जाना चाहते हैं। धरना में शामिल शिक्षिका अंशु कुमारी, दीपा कुमारी आदि ने अपने विचार रखते हुए कहा कि शिक्षा के अधिकार कानून को सफलीभूत करने तथा समाज के अंतिम पायदान पर रह रहे बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा में जोड़ने के लिए शिक्षकों की इन मांगों को पूरा करना आवश्यक है। धरना में शिक्षक युगल किशोर, चंदन कुमार, अमित रंजन, दिनकर, आशीष कुमार, सुनीता कुमारी, धीरज कुमार, आनंद कुमार, पिकी कुमारी, उदयभानु आदि मौजूद थे।