विकास करनी है तो जात बिरादरी से ऊपर उठना होगा
अररिया। अगर किसी कौम को तरक्की करना है तो जात बिरादरी से ऊपर उठना होगा और आपसी र
अररिया। अगर किसी कौम को तरक्की करना है तो जात बिरादरी से ऊपर उठना होगा और आपसी रंजिश से भी बचना होगा। ये बातें रविवार को माइनॉरिटी डेवलपमेंट फोरम की बैठक में जमाते इस्लामी बिहार के अध्यक्ष हाजी नय्यर उजमा ने कही । इस्लामिक स्कॉलर मो मोहसिन के आवास पर आयोजित एमडीएफ की बैठक में सेखड़ा और कुल्हैय्या जाति के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए । ़फोरम के अध्यक्ष इंजीनियर जुबैर आलम ने बैठक की अध्यक्षता की । बैठक में मुख्य रूप से अल्पसंख्यकों की समस्याओं पर चर्चा हुई । साथ ही अपनी समस्याओं को एक जुट होकर आपसी विचार विमर्श से उठाने की बात की गई । बैठक में ये बातें खास रूप से की गई कि जाति के बंधन को तोड़ कर एक दूसरे बिरादरी में शादी को बढ़ावा देना चाहिए । मंच संचालन करते हुए मो मोहसिन ने कहा कि आपसी भेद भाव को मिटाकर समाज व सियासी तौर पर कुरान की बातों पर अमल करना चाहिए । अधिवक्ता अकरम हुसैन, अरसद अनवर अलिफ ने कहा कि बातों को अमल करने की जरूरत है शादी विवाह में फिजूलखर्ची से बचा जाए । शादी को आसान बनाएं ताकि गरीब बच्चों की भी शादी आसानी से हो सके । साथ ही शिक्षा भी अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से दें । सेवानिवृत्त जज जुबैरुल हसन गाफिल ने कहा कि अगर कुल्हैय्या व सेखड़ा, अंसारी की शादी आपस मे होने लगे तो इससे अच्छी बात कुछ नहीं हो सकती है । बैठक में बजलूर रहमान, कारी निया•ा अहमद, डॉ आबिद हुसैन, र•ाी अहमद, अब्दुल गफ्फार, डॉ सालिक आ•ाम आदि शामिल थे ।