देश विरोधी ताकतों को बढ़ावा दे रहे हैं सांसद
अररिया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन की 76वीं जयंती पर जेएनयू के उमर खालिद व कन्हैया
अररिया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्वर्गीय तस्लीमुद्दीन की 76वीं जयंती पर जेएनयू के उमर खालिद व कन्हैया कुमार को सांसद सरफराज आलम द्वारा बुलाए जाने को लेकर भीषण ठंड के बावजूद अररिया जिले का राजनीतिक तापमान अचानक बढ़ गया है। कहीं सांसद सरफराज आलम का पुतला दहन हो रहा है तो कहीं विरोध प्रदर्शन। अररिया लोकसभा के पूर्व भाजपा सांसद प्रदीप कुमार ¨सह ने शुक्रवार को अपने निवास पर प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर कहा कि रेणुजी की धरती पर उन्माद फैलाने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। पूर्व सांसद ने कहा कि जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने लोकसभा उपचुनाव के दौरान नरपतगंज में कहा था कि सरफराज आलम के सांसद बनने पर अररिया में आइएसआइ दस्तक देगा तो कुछ लोगों को उस समय हजम नहीं हुआ था लेकिन आज उनकी बातें सत्य प्रतीत हो रहा है। 125 करोड़ देशवासियों के भावनाओं का केन्द्र संसद भवन पर हमला करने वाले अफजल गुरु की फांसी की बरसी मनाने वाले उमर खालिद को बुलाकर सांसद सरफराज ने दिखा दिया कि उन्हें जिले की शांति और सौहार्द से कोई मतलब नहीं है। उन्हें लोकसभा की जनता से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उमर और कन्हैया के अररिया आने से अररिया के लोगों की बदनामी हुई है। अफजल गुरु की बरसी पर यही उमर ने कहा था कि भारत तेरे टुकड़े होंगे, कितने अफजल मारोगे, हर घर से अफजल निकलेगा। प्रदीप ¨सह ने कहा कि सरफराज की जीत के बाद भी पाकिस्तान ¨जदाबाद के नारे लगे थे। पूर्व सांसद ने पुलिस प्रशासन पर भी पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि जब दस बजे रात के बाद लाउडस्पीकर शहर में बजने की इजाजत नहीं है तो चार बजे सुबह तक कैसे सुभाष स्टेडयिम में लाउडस्पीकर बजता रहा जिससे सैकड़ों लोगों की नींद हराम हुई है। पूर्व सांसद ने कहा कि गरीब की बेटी की शादी में लाउडस्पीकर बजती है तो उसे पुलिस जब्त कर लेती है लेकिन रातभर कानून की अनदेखी हुई पुलिस प्रशासन ने कोई संज्ञान नहीं लिया। देश के टुकड़े करने वालों को बुलाकर सांसद ने जिले वासियों के साथ धोखा किया है। आने वाले चुनाव में जनता इस धोखे का बदला लेकर रहेगी। मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सुराना आदि मौजूद थे।