डिप्थीरिया के रोगी मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप
अररिया। जोकीहाट थाना क्षेत्र के हरदार पंचायत अंतर्गत कजलेटा वार्ड नंबर आठ में डिप्थीरिया
अररिया। जोकीहाट थाना क्षेत्र के हरदार पंचायत अंतर्गत कजलेटा वार्ड नंबर आठ में डिप्थीरिया के संभावित रोगी पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। डिप्थीरिया रोग से पीड़ित ढ़ाई वर्ष की बर्फी, पिता मुजफ्फर आलम, माता नाहिदा परवीन का इलाज के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पटना में भर्ती कराया गया है। सूचना मिलते ही रूटीन इम्यूनाइजेशन सेल पटना के अधिकारी विभीषण झा , डीआइओ डॉ. कृष्ण कुमार कश्यप सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डिप्थीरिया रोग के होने का कजलेटा गांव पहुंच कर शुक्रवार को स्थलीय जांच की एवं ग्रामीणों से गहन पूछताछ की। रेफरल अस्पताल जोकीहाट के डा के अंसारी, डब्लुएचओ के एसएमओ डा संकल्प राज, ब्लाॉक मॉनिटर आदित्य झा, यूनिसेफ के बीएमसी मिन्हाज आलम, एएनएम सुनीता कुमारी आदि ने गांव का दौरा कर अन्य बच्चों तथा नवजात शिशुओं की जांच की। डीआईओ डा कश्यप ने बताया कि कजलेटा गांव में मिजिल्स के दो केस मिले हैं । इसके अलावा कुछ शिशुओं के एमआर नहीं होने की भी शिकायत पाई गई है। डिप्थीरिया के रोगी मिलने से रूटीन इम्यूनाइजेशन पर जहां सवाल खड़े हो रहे हैं वहीं डा कश्यप ने बताया कि पूछताछ के दौरान महिलाओं में जागरूकता व शिक्षा की कमी के कारण बर्फी का इम्यूनाइजेशन नहीं कराने का मामला प्रकाश में आया है। डा कश्यप ने बताया कि कुछ गांव में शिशु के परिजन व माता बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतते हैं जिससे भविष्य में भयावह रोग का सामना करना पड़ता है। इस सिलसिले में सीएस डा रामाधार चौधरी ने रेफरल प्रभारी डा जावेद आलम को पत्र भेजकर डिप्थीरिया आउटब्रेक को रोकने के लिए एक्टिव केस सर्च का शख्त निर्देश दिया है। बच्चे अप्रतिरक्षित पाए जाने पर अतिरिक्त टीकाकरण सत्र चलाकर टीकाकरण पूर्ण करने की बात कही है। इस कार्यक्रम को क्रियान्वित कर अविलंब अधोहस्ताक्षरी को सूचित करने का शख्त निर्देश दिया है। डीआईओ ने बताया कि शिशु का टीकाकरण आवश्यक है। इसके लिए पेंटावेलेंट के तीन डोज, बुस्टर डोज आवश्यक है। उन्होंने जानलेवा रोग से बच्चों को बचाने के लिए ग्रामीणों से हर हाल में टीका लगवाने का आग्रह किया।