भीषण आंधी तूफान से किसानों के फसल को हुई भारी क्षति
अररिया। नरपतगंज प्रखंड के भारत नेपाल सीमा से सटे फुलकाहा मानिकपुर लक्ष्मीपुर कोशिकापु
अररिया। नरपतगंज प्रखंड के भारत नेपाल सीमा से सटे फुलकाहा, मानिकपुर, लक्ष्मीपुर, कोशिकापुर, अमरोरी, मिर्जापुर, नवाबगंज, भोड़हर, पथराहा, बसमतिया, बबुआन, बेला, कन्हैली, मधुरा उत्तर, मधुरा पश्चिम, फतेहपुर, मिरदौल, पलासी, आदि गांव में रविवार एवं सोमवार की रात हुई मूसलाधार बारिश और तेज आंधी तूफान ने खेत में लगे मकई, सूर्यमुखी तथा लीची एवं आम के बगानों को भारी क्षति पहुंचायी। रविवार एवं सोमवार को कृषक अपने बगानों में पहुंचकर देखा कि भारी मात्रा में खेत में लगे मकई तथा लीची व आम के फलों को नुकसान पहुंचा है। जबकि कई आम के पेड़ की टहनी आंधी व तूफान के कारण टूटकर गिर पड़ी। कृषक चंदेश्वर यादव, संतोष यादव, जीवानंद यादव, ललन सिंह, अगरचंद यादव,अरुण सिंह, नरेश बिराजी, रूपेश यादव, सुभाष यादव, निरंजन झा, अशोक यादव आदि ने बताया कि भीषण बारिश व आंधी तूफान के कारण आम व लीची बगान के मालिक को एक मोटी रकम चुकाना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर जोरदार बारिश के बाद नरपतगंज प्रखंड के विभिन्न टोले मुहल्ले सहित चौक चौराहों की सड़कों पर जलजमाव लगा देखा गया। जिसके कारण आम अवाम को आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ा। वहीं कई स्थानों पर नाला साफ सफाई नहीं होने के कारण बारिश का पानी सड़क पर लगा देखा गया। किसानों ने बताया एक तो गेहूं बारिश में बर्बाद हो गया है फिर कुदरत की कहर मकई आम लीची सूर्यमुखी फूल आदि बर्बाद हो रहे हैं। इसके साथ हीं सैकड़ों लोगों के घर उजड़ गए हैं कई लोग बेघर हो गए हैं। इधर राजद के प्रदेश सचिव मेदनी कृष्ण उर्फ टीपू यादव ने कहा कि किसानों को इस भीषण आंधी एवं बारिश में फसलों एवं आम लीची के पेड़ों को नुकसान हुआ है इसकी भरपाई सरकार द्वारा अविलंब सर्वे कराकर की जाए ताकि किसानों को कुछ मदद मिल सके।