साक्षरता अभियान से जुड़ी सोनी अब करेगी सीमा की रखवाली
अररिया। यदि हौसला बुलंद और इरादा मजबूत हो तो सफलता निश्चित रूप से कदम चूमती है । इसी मजबूत
अररिया। यदि हौसला बुलंद और इरादा मजबूत हो तो सफलता निश्चित रूप से कदम चूमती है । इसी मजबूत इरादों वाली सोनी कुमारी अब नेपाल बार्डर पर देश सेवा करेगी। वे साक्षरता अभियान से भी जुड़ी रही है। वह एक वर्ष की ट्रे¨नग पूरी करके यूपी के महाराजगंज जिला में नेपाल बॉर्डर पर सीमा की रखवाली कर रही है। आर्थिक तंगी झेल रही सोनी आज पूरे परिवार का भरण पोषण कर रही है । फारबिसगंज प्रखंड के तिरसकुण्ड पंचायत के समोल की रहने वाली सोनी कुमारी गरीबी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त नही कर सकी । मैट्रिक पास करने के बाद गांव में चल रहे साक्षरता अभियान से जुड़ गई और विटी स्वयंसेवक के रूप में गरीब और असाक्षर महिलाओं को पढ़ाना शुरू किया और खुद अपनी पढ़ाई जारी रखी । हालांकि उन दिनों साक्षरता में विटी को कोई राशि भी नही मिलती थी । लेकिन अपने कठिन मेहनत और लगन से सोनी टोला ही नही पंचायत और प्रखंड से लेकर जिला तक अपनी एक पहचान बनाई । उस समय सोनी को बेहतर काम के लिये कई पुरस्कार भी मिले। लेकिन आर्थिक तंगी उनके मार्ग में बाधा पैदा कर रहा था। आर्थिक तंगी से जूझ रही सोनी ने हिम्मत नही हारी । उन्होनें संकल्प लिया कि हम परिवार में बोझ बनकर नही बल्कि अपने परिवार का सहारा बनूंगी । इसी बीच उसने इंटरमीडिएट की डिग्री भी हासिल कर ली । नौकरी की तलाश भी करती रही । इस क्रम में उसे एसएसबी में भर्ती का पता चला औऱ उसमें अप्लाई कर दिया ।भागलपुर में हुई दौड़ टेस्ट के साथ साथ लिखित परीक्षा भी पास कर गई । परिणामस्वरूप उनका चयन एसएसबी में हो गया । एक साल तक सभी प्रशिक्षण उसने हिमाचल प्रदेश प्राप्त कर फिलहाल वे उत्तर प्रदेश के महराजगंज में नेपाल सीमा पर प्रतिनियुक्त है । मजबूत इरादों वाली सोनी ने आखिरकार अपना लक्ष्य प्राप्त कर ली। गांव समाज की युवतियों के लिए सोनी एक मिशाल बन गई है। पिता सचिदानंद मंडल और माता प्रीति देवी को अपनी बेटी की सफलता पर गर्व है । सोनी की सफलता पर साक्षरता से जुड़े प्रो बासुकीनाथ झा ,अमर नाथ झा ,कमर मासूम ,गुलेन्द्र कुमार ,रामानंद बैठा ,मिलन कुमारी ,नीलम कुमारी ,उमर अली ,माजिद अंसारी ,बीबी यासमीन आदि ने बधाई दी है ।