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प्रो. अनिल मिश्रा एक बार फिर बने अभाविप नगर अध्यक्ष

अररिया। रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई अररिया का एक दिवसीय नगर छात्र स

By JagranEdited By: Published: Sun, 29 Sep 2019 06:24 PM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 06:29 AM (IST)
प्रो. अनिल मिश्रा एक बार फिर बने अभाविप नगर अध्यक्ष
प्रो. अनिल मिश्रा एक बार फिर बने अभाविप नगर अध्यक्ष

अररिया। रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नगर इकाई अररिया का एक दिवसीय नगर छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसके समापन के पहले अररिया नगर इकाई का पुनर्गठन किया गया। पुरानी इकाई को नगर अध्यक्ष प्रो. अनिल मिश्रा द्वारा भंग किया गया तथा नई इकाई की घोषणा प्रोफेसर एमपी सिंह द्वारा की जिसमें नगर अध्यक्ष के रूप में पुन: प्रोफेसर अनिल मिश्रा को तथा नगर मंत्री पशुपति कुमार झा तथा अन्य 20 के नाम व दायित्वों की घोषणा की गई। छात्र सम्मेलन को सफल बनाने में अजीत रंजन, गोविद कुमार मंडल, राजा कुमार, मनीष कुमार, सुधीर रंजन, कौशल कुमार राज, राजेश कुमार, अंकित कुमार, विकास कुमार, शुभम कुमार, प्रदीप कुमार आदि सक्रिय थे। वहीं शुभारंभ में कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रुप में परिषद के पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रमुख सह सिडिकेट सदस्य प्रोफेसर एमपी सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। छात्र सम्मेलन में नगर मंत्री विकास कुमार मंडल द्वारा एक साल के कार्यकाल में परिषद द्वारा किए गए कायरें का ब्यौरा प्रस्तुत किया। छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रो. एमपी सिंह ने कहा कि स्वाधीनता के पश्चात अपने भारत देश की हजारों वर्षों की गौरवशाली एवं वैभव संपन्न परंपराओं को ध्यान में रखकर उसे पुन: आधुनिक, विकसित एवं परिस्थितजन्य दोषों से मुक्त करने का सपना जब सारा देश देख रहा था। उसी समय कुछ युवाओं ने इन सपनों को साकार करने के लिए देश के महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय परिसरों को अपना केंद्र बनाकर गतिविधियां प्रारंभ की। इन्हीं गतिविधियों का देशव्यापी खुला मंच नौ जुलाई 1949 को विधिवत एक छात्र संगठन के रूप में पंजीकृत हुआ। प्रो. सिंह ने कहा कि परिषद का यह सोच है कि छात्रों की आवाज को दबाने की जगह उन्हें सम्मानपूर्वक स्थान देने की आवश्यकता है। आज विश्व का सबसे बड़ा राष्ट्रवादी छात्र संगठन बना है। यह संभव हुआ सफल केंद्रीय नेतृत्व कथा परिषद के लाखों कार्यकर्ताओं के अथक परिश्रम के चलते। ज्ञान, शील, एकता परिषद का मूल मंत्र है जो परिषद कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने की प्रेरणा देता है। छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिला संयोजक दीपक कुमार ने कहा कि परिषद ही एकमात्र ऐसा संगठन है जो सालों भर महाविद्यालय तथा विश्वविद्यालय परिसर में छात्र छात्राओं के हित तथा सम्मान की रक्षा के लिए संघर्ष करते आया है। उन्होंने कहा कि जब जब छात्रों को परेशानी आई है तब-तब परिषद उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहा है।

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