शिक्षा जगत के भीष्म पितामह गणेश नाथ के निधन से शोक
अररिया। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के अलख जगाने वाले गणेश नाथ मिश्र का निधन बुधवार की देर संध्
अररिया। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के अलख जगाने वाले गणेश नाथ मिश्र का निधन बुधवार की देर संध्या हो गई। सेवानिवृत्त शिक्षक स्व. गणेश नाथ मिश्र (80)अपने जीवन काल में पढ़ाई के साथ-साथ गरीब असहाय बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दान कर अररिया ग्रामीण क्षेत्रों को न केवल शिक्षा के क्षेत्र में लोगों को आइना दिखाने का काम किए बल्कि अपने परिवार सहित अररिया ग्रामीण क्षेत्रों के दर्जनों गरीब छात्रों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में संजीवनी जैसा काम किया। उनके द्वारा पढ़ाए दर्जनों छात्र देश में बड़े बड़े पद पर आसीन हैं। स्व. मिश्र के जीवन का मूल मंत्र था समय की पाबंदी इसीलिए लोग इसे घड़ी शिक्षक भी कहते थे। विद्यालय जाने आने के नियत समय को देख लोगों को सुबह 10 व शाम चार बजने का आभास करते थे। इनके निधन से समाज को खासकर शिक्षाविदों को अपूरणीय क्षति हुई है। शोक व्यक्त करने वालों में सेवानिवृत्त शिक्षक महेश नाथ मिश्र, शिवकांत ठाकुर, अरुण ठाकुर, भाजपा नेता नारायण झा, राजीवकांत ठाकुर, प्राचार्य त्रिलोकनाथ झा, समाजसेवी अजय झा, कांग्रेसी नेता शोभाकांत झा, प्रमोद कुमार झा, कुलानंद झा, पं. परमेश्वर झा, पं अरुण कुमार झा, जनार्दन विश्वास, सेवानिवृत्त बीडीओ उपेंद्र विश्वास, हाजी ताजुद्दीन अंसारी, हाजी इरफान अंसारी, गजानंद झा, रुद्रानंद झा, संजय ठाकुर, संजय कुमार झा, उप मुखिया संतोष कुमार झा, अमरनाथ झा, पूर्व मुखिया कृष्णकांत झा, मुमताज अंसारी, शोएब आलम, सुंदर नाथ झा, आशुतोष झा राहुल आदि शामिल हैं।