रौनियार वैश्य को अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाए : प्रदेश अध्यक्ष
अररिया। अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष, डॉ. कामेश्वर गुप्ता के नेतृत्व में प
अररिया। अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष, डॉ. कामेश्वर गुप्ता के नेतृत्व में प्रदेश स्तरीय टीम आगामी 30 दिसंबर को पटना के बापू सभागार में होने वाले महासम्मेलन की सफलता के लिए भ्रमण के दौरान मंगलवार को फारबिसगंज पहुंचे। सुल्तान पोखर मोहल्ला में एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रौनियार वैश्य समाज के सामाजिक एवं राजनीतिक उत्थान के लिए इस समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल किए जाने की जरूरत है। रौनियार समाज को अपनी पहचान बनानी होगी।सुरक्षा, सम्मान, उन्नति एवं विकास के लिए हम सभी को मिलकर हर लड़ाई लड़नी होगी। डॉ कामेश्वर गुप्ता ने कहा कि 30 दिसम्बर को पटना के राजनीतिक चेतना महासम्मेलन सह शताब्दी वर्ष समारोह में अधिक से अधिक संख्या में भागीदारी सुनिश्चित कराने की अपील की। उन्होने कहा कि हम सब एकजुट होकर अपनी जनसंख्या के अनुसार लोकसभा और विधानसभा में प्रमुख राजनीतिक दलों से टिकट की मांग करें। निर्धन मेधावी बच्चे- बच्चियों की शिक्षा उनके कौशल विकास प्रशिक्षण की व्यवस्था, निर्धन परिवारों की बच्चियों की शादी में मदद, दहेज प्रथा खत्म करने का संकल्प, गंभीर बीमारियों के इलाज में उचित सहायता, व्यवसाय में एक दूसरे को मदद ,पारिवारिक झगड़ों का आपस में निपटारा, वैवाहिक संबंध विच्छेद के मामलों के समाधान आदि विषयों पर चर्चा और ठोस निर्णय लिया जाएगा। अररिया जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र पंकज ने कहा कि हमें संख्या के हिसाब से राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं मिली है। हमारे समाज से एक भी एमएलए, एम पी अथवा मंत्री नहीं हैं। पंकज ने कहा कि एक करोड़ से भी अधिक रौनियार देश में बसे हुए हैं। बिहार में 40 लाख से अधिक हमारी आबादी है, हमारा फायदा सभी राजनीतिक पार्टियों उठा रही हैं। बैठक में मदनलाल गुप्ता, दुर्गानन्द प्रसाद शाह, दिनेश प्रसाद गुप्ता, बैजनाथ प्रसाद गुप्ता, मदन प्रसाद गुप्ता, महेश कुमार गुप्ता, राजीव रामा, अरुण कुमार साह, शम्भू प्रसाद गुप्ता, विजय कुमार गुप्ता घूरना बाजार, महेश प्रसाद गुप्ता, फुलकाहा बाजार आदि ने बैठक को संबोधित किया।