त्योहार भारतीय संस्कृति के वीरता का पूजक, शौर्य का है उपासक : सांसद
बुराइयों पर करें दूर कोरोना महामारी को लेकर रहें सतर्क - दशहरा पर्व को लेकर
बुराइयों पर करें दूर कोरोना महामारी को लेकर रहें सतर्क
- दशहरा पर्व को लेकर सांसद ने लोगों से की अपील
- तीसरी संभावित लहर ध्यान में रखकर मनाएं त्योहार
जागरण संवाददाता, अररिया: दशहरा या विजयादशमी का त्योहार हमसब असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाते हैं। यह त्योहार भारतीय संस्कृति के वीरता का पूजक, शौर्य का उपासक है। इस पर्व में संकल्प लें की हम अपने अंदर की बुराईयों को दूर करेंगे और सत्य की राह पर चलेंगे। यह बातें अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह बुधवार को अपने आवास पर भाजपा कार्यकर्ताओं से कही। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को पर्व की बधाई देते हुए कहा कि आपसी भाइचारे व सामाजिक सौहार्द के साथ पर्व मनाएंगे। हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। व्यक्ति और समाज के रक्त में वीरता प्रकट हो इसलिए दशहरा उत्सव मनाया जाता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है। कहा कि दशहरा का पर्व हमसब काम, क्रोध, लोभ, मोह मद, मत्सर, अहंकार, आलस्य, हिसा और चोरी जैसे अवगुणों को छोड़ने की प्रेरणा हमें देता है।
कोरोना महामारी का रखेंगे ध्यान : सांसद ने कहा कि देश पिछले दो साल से कोरोना महामारी के चपेट में रहा है। तीसरी लहर की संभावना व्यक्त की जा रही है। पर्व के दौरान हमें गाइडलाइन का पालन कराना चाहिए। थोड़ी सी चुक देश के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर सर्तक व सावधान रहना होगा। मास्क का उपयोग जरूर करेंगे।