पौष पूर्णिमा के मेला में प्रशासन के आदेशों की उड़ी धज्जियां
संसू. रानीगंज (अररिया) रानीगंज भरगामा सड़क मार्ग स्थित जामुनघाट में पौष पूर्णिमा के अवसर
संसू. रानीगंज (अररिया): रानीगंज भरगामा सड़क मार्ग स्थित जामुनघाट में पौष पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले मेला में प्रशासन के आदेशों का जमकर धज्जियां उड़ाई गई। सरकार के निर्देशानुसार सभी प्रकार के मेला, धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पूरी तरह रोक लगा दिया है लेकिन पौष पूर्णिमा के मेला में हजारों लोगों की भीड़ जमा होकर घरेलू सामानों की जमकर खरीददारी करते नजर आए। कोरोना प्रोटोकाल का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया। अधिकांश लोग बिना मास्क पहने ही मेला में घूमते नजर आ रहे थे। मेला में लगने वाले भीड़ की वजह से रानीगंज भरगामा सड़क मार्ग पूरी तरह से जाम लगा रहा। रानीगंज अंचल प्रशासन व नगर परिषद प्रशासन का पेंच फंसा हुआ है। दोनों एक दूसरे की जिम्मेदारी की बात सौप पल्ला झाड़ रहे हैं।
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लाखों रुपये का हुआ कारोबार।
पौष पूर्णिमा के मेला में पूर्व के वर्षों की भांति इस वर्ष भी ग्राहकों ने अच्छी खासी खरीददारी की। मेला में सबसे आकर्षण का केंद्र लकड़ी के सामानों की होती है। लकड़ी के सामानों में पलंग, कुर्सी, टेबुल, अलना, चौकी, ऊखल, मुशल, सहित दर्जनों लकड़ी के फर्नीचर तथा लोहे के घरेलू सामान कुल्हाड़ी, दबिया, खुरपी, कचिया सहित अन्य लोहे के सामानों की जमकर खरीदारी हुई। जिससे दुकानदारों में कोरोना भय खत्म हो गया। खरीदारी को देखते हुए जानकारों ने अनुमान लगाया कि साठ लाख रुपये से अस्सी लाख रुपये तक का कारोबार हुआ है।
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लोगों ने नदी में स्नान कर दोस्ती निभाने की खाई कसमें।
पौष पूर्णिमा मेला दोस्ती मेला के नाम से मशहूर है। यहां लोग फरयानी नदी में स्नान कर दोस्ती निभाने की कसमें खाते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। पौष पूर्णिमा के दिन लोग अल सुबह से ही फरयानी नदी में डुबकियां लगाना शुरू कर देते हैं और चल रहे पुरानी परंपरा को निभाते हैं।