दोनों अधिवक्ता संघ सीजेएम कोर्ट के न्यायिक कार्यों से रहे अलग
-अधिवक्ताओं के बीच अगली रणनीति पर जारी है मंथन - न्यायार्थियों की निगाहें अधिवक्ताओं की ग
-अधिवक्ताओं के बीच अगली रणनीति पर जारी है मंथन
- न्यायार्थियों की निगाहें अधिवक्ताओं की गतिविधियों पर है टिकी
-सीजेएम के अररिया से तबादला की मांग पर दोनों संघ हैं अड़े
संवाद सूत्र, अररिया: अररिया के दोनों संघों के अधिवक्ता पूर्व पारित प्रस्ताव के अनुसार बुधवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शशिकांत राय की अदालत से संबंधित न्यायिक कार्यों से अलग रहे। अधिवक्ताओं द्वारा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत के न्यायिक कार्य से अलग रहने के कारण कोर्ट परिसर में गहमागहमी की स्थिति बनी रही। उधर अधिवक्ताओं ने उक्त मामले में अपनी अगली रणनीति पर मंथन किए। संघ सीजेएम के तबादले की मांग पर अड़े हैं और कहना है कि जबतक सीजेएम का तबादला नही हो जाता तबतक सीजेएम कोर्ट के न्यायिक कार्य से अलग रहेंगे। जबकि अन्य दिनों की अपेक्षा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय कक्ष के आसपास सन्नाटा पसरा रहा। उधर अपने अदालती कार्य के लिए दूर-दराज से यहां पहुंचे न्यायार्थियों की नजर अधिवक्ताओं पर टिकी रही। उल्लेखनीय है कि यह निर्णय मंगलवार को अररिया जिला बार एसोसिएशन व अधिवक्ता संघ द्वय की संयुक्त बैठक में लिया गया था जिसमें उपस्थित अधिवक्ताओं ने सर्वसम्मति से बुधवार से सीजेएम शशिकांत राय की अदालत के न्यायिक कार्य से अलग रहने का प्रस्ताव पारित किया था।