शिक्षक पात्रता परीक्षा रद्द करने को लेकर अभाविप कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
अररिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा को रद्द करने को ल
अररिया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा को रद्द करने को लेकर बिहार सरकार के विरोध में एक राज्यव्यापी धरना मंगलवार को फारबिसगंज कार्यकर्ताओ ने अपने आवास पर लॉक डाउन के सभी नियमों का पालन करते हुए दिया। धरना में बिहार सरकार के उक्त दमनकारी नीति के विरोध में आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए व चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि जल्द से जल्द बिहार सरकार इस जनविरोधी निर्णय को बदल कर न्याय संगत निर्णय ले। धरने में शामिल अभाविप के जिला प्रमुख मनजीत मिश्रा ने कहा कि पूर्व से ही बेरोजगारी की दंश झेल रहे बिहार के होनहार व शिक्षित युवाओं को परीक्षा रद्द कर और बेरोजगारी की ओर धकेलना सरकार के बेरोजगार विरोधी नीति को दर्शाता है। जब माननीय उच्च न्यायालय के द्वारा 22 मई को स्टेट परीक्षा का निर्णय आने वाला था तो उसके पूर्व न्यायालय के विरोध में निर्णय देना नीतीश सरकार की कमजोरी को प्रदर्शित करता है। वहीं शिक्षकों के अभाव में सरकार का गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का दावा भी पूरी तरह खोखला नजर आ रहा है। बिहार के नए 2950 हाई स्कूल में 9 वी पढ़ाई इसी सेशन 2020 से ही प्रारंभ करने का सरकार द्वारा आदेश था तो बिना शिक्षक बहाली के नए विद्यालयों में पढ़ाई की व्यवस्था सुचारू रूप से कैसे संचालित होगी। इस सरकार को इन सभी बिदुओं पर जवाब देना होगा और जनहित में फैसले लेने होंगे, अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बिहार सरकार के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन करने के लिए तैयार है। इस मौके पर प्रदेश कार्यकारी सदस्य करण सिंह,कन्हैया झा, अर्णव कुमार सिंह, हेमंत चौधरी, शुभम कनौजिया, बाबुल झा सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।