एसटीईटी परीक्षा रद करने के खिलाफ अभाविप ने मनाया काला दिवस
मधेपुरा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बिहार में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा रद करने के
मधेपुरा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बिहार में माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा रद करने के निर्णय के खिलाफ शनिवार को काला दिवस के रूप में मनाया। इसमें अभाविप बीएनएमयू इकाई के हजारों छात्रों ने भाग लिया। इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश सह मंत्री अभिषेक यादव व अभाविप के विश्वविद्यालय प्रमुख सह बीएनएमयू के सीनेट सदस्य रंजन यादव ने कहा की परीक्षा रद कर बिहार के हजारों छात्रों के भविष्य के साथ सरकार ने खिलवाड़ किया है। इस पर सरकार पुनर्विचार करे अन्यथा परिषद चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होगा। उन्होंने कहा कि एग्जाम कैंसिल के मामले में हाई कोर्ट का निर्णय 22 मई को आना था तो उससे पहले एग्जाम कैंसिल का निर्णय किस परिस्थिति में लिया गया। इससे लॉकडाउन के कारण लाखों बेरोजगार युवकों को बिहार में ही रोजगार मिल जाता लेकिन शिक्षक बहाली रोकना आखिर क्यों?
इस अवसर पर जिला संयोजक शशि कुमार यादव एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमोद आनंद एवं नीतीश कुमार ने कहा परीक्षा रद करने का निर्णय गलत था। उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था भ्रष्ट तंत्र के नतमस्तक हो गई है। लाखों युवाओं के भविष्य की परवाह किए बिना परीक्षा रद करने का आत्मघाती निर्णय लिया गया। इस अवसर पर अभाविप के नगर मंत्री सौरभ कुमार और जिला संगठन मंत्री उपेंद्र कुमार भरत ने के कहा आठ वर्षों के बाद एसटीईटी की परीक्षा आयोजित की गई । इसमें ढाई लाख से अधिक अभियर्थियों ने आवेदन किया और सरकार ने युवाओं को उनके बदहाली पर छोड़ने के लिए परीक्षा रद करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा सुनियोजित तरीके से एक तरफ 34000 पदों पर शिक्षकों की बहाली को लेकर अधिसूचना जारी की वही दूसरी ओर एसटीईटी की परीक्षा रद्द कर दिया गया। इस पर प्रकरण में गहरी साजिश प्रतीत हो रही है।