समूह बनाने गई जीविका दीदियों को बोची के ग्रामीणों ने बनाया बंधक
संवाद सूत्र.ताराबाड़ी (अररिया) नया समूह बनाने गई जीविका दीदियों को बोची के ग्रामीणों ने
संवाद सूत्र.,ताराबाड़ी (अररिया): नया समूह बनाने गई जीविका दीदियों को बोची के ग्रामीणों ने शनिवार को बंधक बना लिया। डीएम व जीविका डीपीएम की पहल पर सभी जीविका दीदियों को पुलिस ने मुक्त कराकर विभाग को सुपुर्द किया। इस क्रम में करीब चार घंटे तक भीड़ के बीच जीविका दीदियों को लोगों का जमकर विरोध व ताना सुनना पड़ा। सूचना पर पहुंचे जीविका के अधिकारियों को भी भीड़ का कोप भाजन होना पड़ा। साथ ही लोगों ने जीविका के अधिकारियों की एक भी नहीं सुनी। वहीं सूचना पर पहुंचे बैरगाछी पुलिस ने भीड़ से जीविका दीदियों को मुक्त कराकर पूछताछ के लिए बैरगाछी ओपी लाया तथा पूछताछ के बाद सभी जीविका दीदियों को विभागीय अधिकारी के हवाले किया। इस बावत जीविका बीपीएम (प्रखंड परियोजना प्रबंधक) तौहीद काजमी ने बताया कि नए समूहों के गठन के लिए विभाग के निर्देश पर चिकनी पंचायत के जीविका दीदियों को बोची भेजा गया गया था जहां बुधवार को नए समूहों के गठन के लिए जीविका दीदियों द्वारा बोची के महिलाओं को समूह से जुड़ने के लिए जागरूक किया जा रहा था। इसी बीच लोगों ने एनआरसी व सीएए के मुद्दे से जोड़कर सभी जीविका दीदियों को बंधक बना लिया। बीपीएम काजमी के मुताबिक ऑनलाइन समूह गठन के लिए आधार से लिक होना जरूरी है। इसीलिए जीविका दीदियों द्वारा बोची के महिलाओं से आधार कार्ड मांगा जा रहा था। गांव के कुछ लोग एनआरसी व सीएए के मुद्दे से इस मामले को जोड़कर जीविका दीदियों को बंधक बना लिया। जिसकी सूचना डीएम वैद्यनाथ यादव व जिला परियोजना प्रबंधक ओमप्रकाश मंडल को मिलते हीं तत्काल ही जीविका दीदी को मुक्त कराने के लिए उन्हें सूचना दी गई। सूचना मिलते ही विभाग के लोग बोची पहुंचकर भीड़ से जीविका दीदियों को मुक्त कराने का प्रयास किया गया लेकिन आक्रोशित भीड़ ने उनकी एक भी न सुनी। मौके पर दलबल पहुंचे बैरगाछी पुलिस ने सभी जीविका दीदी को मुक्त कराकर पूछताछ के बाद विभागीय अधिकारी को सुपुर्द किया। बैरगाछी ओपीध्यक्ष हरेंद्र कुमार ने बताया कि विभागीय अधिकारी के मौजूदगी में सभी जीविका दीदी को मुक्त कराते हुए विभाग को सुपुर्द कर दिया गया है। लिखित आवेदन देने पर कार्रवाई की जाएगी।