अधिवक्ताओं के हड़ताल वापसी से न्यायालय में रहा चहल पहल
- आचार संहिता के कारण अधिवक्ताओं ने अपना आंदोलन किया स्थगित - बुद्धिजीवियों ने कहा आपसी
- आचार संहिता के कारण अधिवक्ताओं ने अपना आंदोलन किया स्थगित
- बुद्धिजीवियों ने कहा आपसी सामंजस्य से होता है कार्यो का निष्पादन
- अनुमंडल न्यायालय में पांच मार्च से हड़ताल के बाद काम पर लौटे अधिवक्ता
- पांच मार्च से हीं अधिवक्तागण थे हड़ताल पर
फोटो नंबर 13 एआरआर 05
कैप्शन: अनुमंडल न्यायालय में कार्य करते अधिवक्ता
संवाद सूत्र, फारबिसगंज,(अररिया): फारबिसगंज अनुमंडल न्यायालय में अधिवक्ताओं के काम पर लौटने के बाद बुधवार को आमजन खुश दिखे। अधिवक्ताओं के हड़ताल के कारण न्यायालय में होने वाले कामकाज को लेकर लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। बुधवार को न्यायालय में लोगों का भीड़ न्यायालय संबंधी काम को लेकर पहुंचे थे। गौरतलब है कि अधिवक्ताओं का हड़ताल विगत 5 मार्च से जारी था। एसोसिएशन के पूर्व सचिव शिवानंद मेहता के साथ एसडीओ के निर्देश पर अंगरक्षकों के द्वारा दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए अधिवक्ता हड़ताल पर बैठ गए थे। हड़ताल के बाद एसोसिएशन की बैठक में अधिवक्ताओं के द्वारा कई प्रस्ताव भी पारित किए गए। लेकिन बीच में 10 मार्च को चुनाव आयोग के द्वारा आदर्श आचार संहिता की घोषणा किये जाने के बाद अधिवक्ताओं को जनहित में आंदोलन को स्थगित करना पड़ा। वहीं मामले में जब एसडीओ रवि प्रकाश से पूछा गया था तो उन्होंने कोई भी कमेंट करने से इंकार कर दिया था। एसोसिएशन के पूर्व सचिव राजेश चन्द्र वर्मा ने कहा कि बिहार बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष धर्मनाथ यादव एवं बिहार बार एसोसिएशन के सदस्य राजीव शरण के दिशा निर्देश व आदर्श आचार संहिता के आलोक में हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि हड़ताल समाप्ति को लेकर एसोसिएशन के अध्यक्ष शकलदेव मंडल के द्वारा एसडीओ को ज्ञापन दिया गया है। मौके पर अधिवक्ताओं में विश्वजीत प्रसाद, तिलकधारी यादव, विभुतिकान्त झा, राहुल रंजन, दुर्गानंद साह, भूपेंद्र साह, पंकज कुमार, कुंदन कुमार, रविन्द्र कुमार, दिलीप वर्मा, मनीष वर्मा, राजेश वर्मा, संतोष दास, युगल किशोर धाड़ेवाल, दीपक भारती, तरुण कुमार सिन्हा, चंद्रनान्द यादव, गोपी चंद मेहता, संजय साह, मदन लाल गुप्ता, भास्कर देव, निशा कर्ण, जया दुबे, उर्मिला जैन, विजय निराला, विनोदानंद ठाकुर, दुर्बल मेहता, गोपाल मंडल, दयानद मेहता सहित अन्य मौजूद थे।