इंसानियत के बिना व्यक्ति धार्मिक नहीं हो सकता: आचार्य कृष्णमोहन
देश नफरत से नहीं मोहब्बत से बढ़ेगा आगे दो दिवसीय कांफ्रेंस दुआओं के साथ संपन्न फोटो
देश नफरत से नहीं मोहब्बत से बढ़ेगा आगे
दो दिवसीय कांफ्रेंस दुआओं के साथ संपन्न
फोटो नंबर 12 एआरआर 01 व 02
कैप्शन: कांफ्रेंस को संबोधित करते उलेमा व हाथ से हाथ मिलाकर सछ्वावना का संदेश देते लोग
संसू., अररिया: जिस व्यक्ति में इंसानियत नहीं होती वो व्यक्ति धार्मिक नहीं हो सकता क्योंकि कोई भी धर्म सबसे पहले इंसानियत का संदेश देता है। यह बातें लखनऊ से आए हिदू धर्म गुरु आचार्य डॉ कृष्ण मोहन जी महाराज ने कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा देश तभी विकसित हो सकता है जब नफरत के माहौल से निकलकर मोहब्बत का माहौल बनाया जाए। आचार्य ने कहा कि विकास के लिए शिक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है । बेटों की तरह अपनी बेटियों को भी बेहतर तालीम दें । सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान चला रही है लेकिन इसके लिए हमलोगों को भी प्रयास करने की जरूरत है ।मौके पर जमीयतुल उलमाए हिन्द अररिया के सदर डॉ आबिद हुसैन ने कहा आज समाज में व्याप्त तमाम बुराइयों का मुख्य कारण मोबाइल है । इसका सदुपयोग की जगह दुरुपयोग हो रहा है जिससे अपने बच्चों और परिवार को बचाना है । कॉन्फ्रेंस में मु़फ्ती अतहरुल कासमी ने बाल विवाह और दहे•ा प्रथा पर विस्तार से अपनी तकरीर पेश की । उन्होंने कहा दहे•ा तोहफा नही भीख है इसलिए वैसी शादी में शामिल न हों जहां दहे•ा का लेनदेन होता हो । मौके पर लहटोरा नूरपुर मदरसा में पढ़ रही चालीस लड़कियों को कुरान पाक और हदीश की किताब तोहफे के रूप में दिया गया । तं•ाीम इस्लाहे मासरा के उन्निसवें दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस के संयोजक मौलाना हदीसुल्ला नसर भागलपुरी ने कहा इस तरह की बेदारी कॉन्फ्रेंस जगह जगह करने की जरूरत है । सोमवार की देर रात दुआओं के साथ कॉन्फ्रेंस संपन्न हो गया । कॉन्फ्रेंस में इलाके के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे ।