कैंप लगाकर किसानों को जागरूक करे किसान सलाहकार: अपर निदेशक: लीड
संवाद सूत्र अररिया- जिले के किसानों में जागरूकता की कमी के कारण यहां के किसान प्रधान
संवाद सूत्र, अररिया- जिले के किसानों में जागरूकता की कमी के कारण यहां के किसान प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजनान्तर्गत मिलने वाले लाभ का फायदा नही ले पा रहे है और जिले के 11 ह•ार 312 किसानों द्वारा गलत आवेदन करने के कारण उनका आवेदन भारत सरकार द्वारा अस्वीकृत कर दिया गया है। इसलिए ये जरूरी है कि किसान सलाहकार द्वारा पंचयातवार कैंप लगाकर किसानों को इस योजना के बारे में जागरूक किया जाए। यह बाते कृषि विभाग के कृषि निदेशक धनंजय पति त्रिपाठी ने कही। वे शुक्रवार को कृषि विभाग अररिया में जिले के किसान सलाहकार और सभी बीओ के साथ प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना, कृषि डी•ाल अनुदान और किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़े जानकारियों को किसानों तक पहुंचाने के लिए एकदिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कृषि निदेशक ने कहा कि योजना अंतर्गत ऑनलाइन आवेदन करना काफी आसान है मगर जानकारी के आभाव के कारण किसान अपने आवेदन में आधार से भिन्न नाम, पता अंकित कर देते है जिस कारण आवेदन अस्वीकृत हो जाती है। निदेशक ने कहा सिर्फ आधार मिसमैच के कारण भारत में दो लाख 11 ह•ार आवेदन को निरस्त किया गया है। मौके पर सभी किसान सलाहकार को प्रोजेक्टर के माध्यम से कृषि सम्मान योजना, डीजल अनुदान योजना, किसान क्रेडिट कार्ड के बारे में विस्तार से बताया गया और ऑनलाइन आवेदन में आने वाली समस्या, आवेदन के तरीके, भूल सुधार के तरीकों के बारे में पंचयात और प्रखंड स्तर पर सभी बीओ को कैंप लगाकर किसानों को जागरूक करने का निर्देश दिया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि इन सब गलतियों के साथ ही किसानों द्वारा बैंक आईएफएसी कोड को गलत डालने, आधार को बैंक से लिक नही कराने और पंचयात कोड संख्या गलत अंकित करने के कारण किसानों के आवेदन को अस्वीकृत किया जाता है और जिले के इतने आवेदन को भारत सरकार द्वारा अस्वीकृत किया जाना दुख का विषय है। चूंकि कृषि विभाग के वेबसाइट पर भूल सुधार करने का अधिकार केवल किसान को है इसलिए सभी सलाहकार किसानों को हरेक पंचयात में कार्यक्रम कर जागरूक करें। कृषि पदाधिकारी ने कहा कि किसान सलाहकार ये ध्यान रखे कि इस योजना का सोशल ऑडिट किया जाना है जिसके अंतर्गत सभी लाभुको की सूची पंचयातवार प्रकाशित किया जाना है। और योजना का गलत तरीके से लाभ लेने वाले व्यक्ति से राशि वसूल कर कार्यवाही भी की जाएगी। गौरतलब है कि उक्त योजना का लाभ सरकारी नौकरी वाले, पेंशनधारी, और एक परिवार के पति-पत्नी दोनों को नही मिल सकता है वही इस योजना की राशि केवल बचत खाता या जन धन योजना के खातों में ही भेजी जा सकती है। कार्यशाला में जिले के सभी किसान सलाहकार सहित सभी बीएओ मौजूद थे।