अररिया का विकास नहीं बन सका चुनावी मुद्दा- महासमर
फोटो नंबर 19 एआरआर जागरण संवाददाता अररिया लोकसभा चुनाव में बड़े- बड़े नेताओं क
फोटो नंबर 19 एआरआर
जागरण संवाददाता, अररिया: लोकसभा चुनाव में बड़े- बड़े नेताओं का आवागमन जारी है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर लंबी- लंबी बातें हो रही है। चुनाव प्रचार चरम पर है। कोई देश बचाने की तो कोई संविधान बचाने की बात कहकर मतदाताओं को अपनी ओर रिझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जिले की मूलभूत समस्याओं पर चर्चा नहीं हो रही है। अररिया शहर के लोग बड़ी बेताबी से कान खड़े कर अलग अलग गठबंधन के नेताओं की बात सुनते हैं लेकिन शहर का रोडमेप प्रचार- प्रसार में शामिल नहीं है। अररिया जिला बने करीब तीन दशक बीत गए हैं, लेकिन जिला मुख्यालय में अबतक ढांचागत विकास नहीं पूरा हो सका है। अररिया शहर में सड़क, पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, रेल की असुविधा आज भी बरकरार है। थोड़ी सी बारिश सी शहर की सडकें और गलियां जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से तालाब में तब्दील हो जाती हैं। यह जानकारी देते हुए शिवपुरी, कृष्णापुरी, ओमनगर, वार्ड नंबर सात व आठ आदि के लोगों ने दी और बताया कि कृष्णापुरी वार्ड नंबर नौ एक पक्की सड़क के लिए तरस रहा है। आश्रम रोड, कोसी कॉलोनी, हनुमंतनगर में बच्चों के स्कूल, कोचिग सेंटर, स्वास्थ्य केंद्र होने के कारण लोगों का आवागमन होते रहता है। थोड़ी सी बारिश से सड़क पर जल जमाव के कारण छोटे- छोटे बच्चों को गंदे पानी से होकर स्कूल जाना पड़ता है। आज भी अररिया शहर के हजारों की आबादी सड़क सुविधा से वंचित है। अररिया कोर्ट स्टेशन का न तो आधुनिकीकरण किया गया और नही पटना जाने के लिए कोई अदद ट्रेन तक है। दिल्ली जाने के लिए सीमांचल ट्रेन है भी तो उसमें न तो पेंट्रीकार है और न ही कोई अच्छी सुविधाएं।