डोली की जगह अर्थी देख मिर्जापुर में मचा कोहराम
अररिया। 'हम काकरो कुछू नैय बिगाड़ लीएं होअ भगवान हमर बच्चा कोई जिलाई दैय हो भगवान' यह
अररिया। 'हम काकरो कुछू नैय बिगाड़ लीएं होअ भगवान हमर बच्चा कोई जिलाई दैय हो भगवान' यह करुण स्वर और किसी का नहीं बल्कि उस ममता की सागर मां की मुंह से भर बस निकल रहा था, जिनके बच्चे नए कपड़े और खुशनुमा माहौल में चाचा की शादी में बारात बनकर गया था। उस मां को क्या पता कि मेरे आंखों के तारे शादी के बाद घर वापस नहीं लौटेगे। मां तो क्या जिले भर के वैसे लोग जिसके कानों तक आवाज पहुंची होगी कठोर से कठोर हृदय मोम सा पिघलकर फफक फफक कर रो पड़ता था। बताते चलें कि रानीगंज प्रखंड के बौंसी ओपी क्षेत्र के मिर्जापुर पंचायत के वार्ड संख्या सात के एक ही खानदान के दर्जनों बच्चे सोमवार की रात शादी में सम्मिलित होने के लिए कुर्साकाटा प्रखंड क्षेत्र के घाट चिकनी गांव के केदार ¨सह के यहां बारात गई थी। मंगलवार की सुबह शादी के बाद घर वापस बारात से लौटने के क्रम में ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के सुख सेना गांव के समीप एक बच्चे को बचाने के क्रम में अनियंत्रित स्कॉर्पियो दस फीट गड्ढे में गिर गई, जिसके कारण वाहन में सवार दस लोगों में दो सगे भाई-बहन सहित छह बच्चे की मौत मौके पर ही हो गई। घटना की सूचना मिलते ही बच्चों के परिजन सदर अस्पताल अररिया पहुंचा। अपने अपने लाल को देख परिजनों के चीत्कार से अस्पताल परिसर दहल उठा। पोस्टमार्टम के बाद बच्चों के शव डोरियारे गांव पहुचते ही पूरे मिर्जापुर गांव में कोहराम मच गया और हर आंखों में आंसू ही आंसू दिख रहा था। हर मुंह से यही निकल रहा था कि भगवान को ऐसा नहीं करना चाहिए। इस ह्दय विरादक घटना से मिर्जापुर पंचायत के किसी भी घर में सुबह से ही चूल्हे नहीं जले।