खुद ही बिजली पैदा करके चलता है इलेक्ट्रिक डंपर, कर चुका है 76 हजार डीजल की बचत
इस ई-डंपर को जर्मनी की कंपनी ने बनाया है। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक यह डंपर रोज करीब 20 चक्कर लगाता है और इससे 200 यूनिट बिजली पैदा होती है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। दुनियाभर में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन काफी तेज होता जा रहा है और कई कंपनियां लगातार ग्रीन एनर्जी पर काम कर रही हैं। हालांकि, अभी तक इनके लिए समस्या सिर्फ चार्जिंग स्टेशन्स को लेकर आ रही है और इसी को सुविधाजनक बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। ऐसे में सोलर चार्जिंग वाहन भी इसी कड़ी का एक हिस्सा हैं। ऐसे में अगर हम आपको ऐसी जानकारी दें कि दुनिया के सबसे बड़े वाहन अब खुद से चार्ज होकर चल रहे हैं, इन्हें किसी इलेक्ट्रिसिटी की जरूरत नहीं है। यकीन नहीं होगा, लेकिन ये बात सच है।
इलेक्टो डंपर या ई-डंपर हमेशा एक 45 टन के निर्माण में काम आने वाला वाहन होता है। यह स्विजरलैंड की पहाड़ियों से चूना पत्थर लाने के लिए काम आता है। डंपर खाली होकर पहाड़ी के ऊपर जाता है और वहां से 65 टन अयस्क लेकर वापिस आता है। इसमें 600 kWh की बैटरी दी गई है। बता दें, इसमें ये खास बैटरी रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम के साथ आती है। इससे यह पहाड़ से उतरते समय खुद इलेक्ट्रिसिटी जनरेट करता है और उसे स्टोर करता है। इसी वजह से यह इलेक्ट्रिसिटी पहाड़ी चढ़ने के लिए आवश्यक चार्जिंग हासिल करता है।
बता दें इस ई-डंपर को जर्मनी की कंपनी ने बनाया है। कंपनी के प्रवक्ता के मुताबिक यह डंपर रोज करीब 20 चक्कर लगाता है और इससे 200 यूनिट बिजली पैदा होती है। इसी तरह यह डंपर अप्रैल महीने से काम कर रहा है और इसने अब तक करीब 76,000 डीजल की बचत की है। इसके साथ ही करीब 200 टन कार्बन डाई ऑक्साइड को भी रोक चुका है।
फॉर्मुला ई-ड्राइवर लुकास डी ग्रासी का कहना है कि यह पूरी तरह एक जादू है और यह एक ट्रक खुद बिजली पैदा करके अपने लिए इलेक्ट्रिसिटी जुटाता है।
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