कार का रंग और लुक नहीं, बल्कि यह देखकर महिलाएं खरीदती हैं कार
महिलाएं कार खरीदने से पहले उनकी परफॉर्मेंस और ब्रांड इमेज को ज्यादा तवज्जो देती हैं
नई दिल्ली (पीटीआई)। प्रोडक्ट की परफॉर्मेंस और ब्रांड की इमेज महिला कार खरीदारों के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक हैं बल्कि कार के एक्सटीरियर का कलर नहीं। यह बात सिंगापुर स्थित प्रेमोनएशिया द्वारा किए गए एक सर्वे में कही गई है। 'द 2017 वुमेन ऑटोमोटिव' स्टडी के अनुसार, जिसमें भारत के 28 शहरों के 3945 महिला कार मालिकों ने कहा है कि वह होंडा, फॉक्वैगन और निसान ब्रांड की कारों को खरीदना पसंद करती हैं।
होंडा प्रोडक्ट्स और स्वामित्व की लागत पर सबसे पहले स्थान पर है। फॉक्सवैगन ब्रांड के तौर पर सबसे ऊपर है, जबकि निसान बिक्री के बाद सर्विस देने के मामले में सबसे बेहतर साबित हुआ है। यह विश्लेषण ब्रांड इमेज, प्रोडक्ट परफोर्मेंस, सेल्स एंड डिलिवरी प्रोसेस और स्वामित्व की लगात के प्रमुख क्षेत्रों में 80 मॉडल के अनुभव पर केंद्रित है।
प्रेमॉनएशिया के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजीव लोचन ने कहा, उद्योग को इस बात को समझने की जरूरत है कि महिला कार खरीदारों की महत्ता बढ़ रही है और इसमें उनकी अपेक्षाओं को लेकर घिसी-पिटी मान्यताएं बनाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा, परिवार की किसी सदस्य या महिला मित्र के लिए कार खरीदने वाले पुरुष मानते हैं कि बजट, स्वामित्व की लागत और ईंधन कुशलता महिलाओं के लिए प्रमुख पसंद हैं। इस मिथक के उलट, अध्ययन से यह खुलासा होता है कि महिला खरीदार ब्रांड और उत्पाद की खासियतों को बहुत ज्यादा महत्व देती हैं और उसकी कद्रदान होती हैं।
सर्वे के मुताबिक होंडा सिटी, फॉक्सवैगन पोलो और निसान माइक्रा तीन प्रमुख मॉडल्स हैं जो उभर कर सामने आ रहे हैं। महिला खरीदार उन मॉडल्स को भी चुन रही हैं जिनमें ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन, ABS, ऑटो डोर क्लोजिंग और नेविगेशन जैसे फीचर्स शामिल हैं।