फॉक्सवैगन ग्रुप 2018 तक उतारेगी 9 नई इलेक्ट्रिक कारें, ये कंपनियां भी ला रहीं इलेक्ट्रिक मॉडल्स
फॉक्सवैगन इस वक्त तीन जगह इलेक्ट्रिक कारों का उत्पादन कर रही है और अगले दो वर्षों में अगले नौ प्लांट ग्रुप को इस उद्देश्य के लिए सुसज्जित किया जाएगा
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। फॉक्सवैगन भविष्य में अपनी ई-मोबिलिटी पर काफी तेजी से काम कर रहा है। कंपनी ने घोषणा कर दी है कि 2022 के अंत तक 16 जगह अपनी बैटरी से चलने वाले वाहनों को लॉन्च करेगी। फॉक्सवैगन ग्रुप एजी के सीईओ, मिथियास मुल्लेर ने बर्लिन में समूह का वार्षिक मीडिया सम्मेलन में घोषणा की थी कि कंपनी इस वक्त तीन जगह इलेक्ट्रिक कारों का उत्पादन कर रही है और अगले दो वर्षों में अगले नौ प्लांट ग्रुप को इस उद्देश्य के लिए सुसज्जित किया जाएगा। यानी 2018 तक 9 इलेक्ट्रिक कारों को उतारा जाएगा।
पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक वाहनों के बड़े पैमाने पर विस्तार के लिए पर्याप्त बैटरी क्षमता सुनिश्चित करने के लिए यूरोप और चीन के लिए बैटरी निर्माताओं के साथ भागीदारी पहले ही सहमत हो गई है। इस भागीदारी में पहले से ही करीब 20 बिलियन यूरो का निवेश किया जा रहा है।
सीईओ ने इस बात पर जोर देने का एक मुद्दा बनाया कि इसका मतलब यह नहीं है कि फॉक्वैगन पारंपरिक ड्राइव सिस्टम से पीछ हट रहा है। मोडर्न डीजल वाहन इस समस्या का हिस्सा नहीं है। यह वाहन इस समाधान का हिस्सा थे। इसके साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा है यह जलवायू परिवर्तन के संबंध में भी आते हैं।
मुल्लेर ने कहा, "हम भविष्य को देखते हुए बड़े पैमाने पर मोबिलिटी पर निवेश कर रहे हैं, लेकिन वर्तमान टेक्नोलॉजी और वहानों की उपेक्षा के बिना आने वाले दशकों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे। हर 2018 तक पारंपरिक और ड्राइव पोर्टफोलियो में लगभग 20 बिलियन यूरो का निवेश कर रहे हैं। इसके साथ ही अगले पांच वर्षों में हम 90 बिलियन यरो का निवेश करने जा रहे हैं।"
ये कंपनियां भी ला रही अपने इलेक्ट्रिक मॉडल्स:
मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, हुंडई, होंडा, टोयाटा, निशान, प्यूजो, ऑडी जैसी दर्जनों कंपनियों ने वर्ष 2020 तक दुनिया भर में इलेक्ट्रिक कारों के 120 नए मॉडल उतारने की घोषणा की है। इसके अलावा टेसला जैसी नई आईटी कंपनियों की योजना तो कुछ और ही हैं। वे तो हर बड़े शहर में इलेक्ट्रिक कारों की पूरी की पूरी फ्लीट ही उतारने की तैयारी में जुटी हुई हैं। सरकार की तरफ से घोषणा के बाद अब इन कंपनियों के राडार पर भारत शामिल हो गया है।