फ्यूल इंजेक्शन में आई TVS की अपाचे, जानिये कैसे काम करती है ये टेक्नोलॉजी
TVS की अपाचे RTR 4V अब फ्यूल इंजेक्शन के साथ लॉन्च हो गई है। आइये जानते हैं क्या खास इसमें और बाइक में फ्यूल इंजेक्शन तकनीक कैसे काम करती है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। TVS मोटर ने अपनी स्पोर्टी बाइक अपाचे RTR 4V को फ्यूल इंजेक्शन के साथ लॉन्च कर दिया। बाइक की दिल्ली में एक्स शोरूम कीमत 1.07 लाख रुपये रखी गई है। आइये जानते हैं क्या खास इसमें और बाइक में फ्यूल इंजेक्शन तकनीक कैसे काम करती है।
TVS अपाचे RTR 200 Fi4V नामक इस बाइक में कॉर्ब्युरेटेड वर्जन की ही तरह इंजन रखा है। लेकिन दोनों मॉडल्स में फर्क सिर्फ इतना है कि Fi मॉडल छोटे वाइजर के साथ आता है। यह वाइजर डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर पर लगा है। इस मॉडल लो लुक्स भी मौजूदा मॉडल जैसा है। बाइक में 200cc का सिंगल सिलिंडर इंजन दिया गया है जो कि 20.7bhp की पावर देता है जबकि 18.1Nm का टॉर्क मिलता है। बाइक की टॉप स्पीड 129 किलोमीटर प्रति घंटा है।
फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम
मल्टी फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम, फ्यूल इंजेक्ट करते समय उसकी मात्रा को नियंत्रित करता है। इसमें हर सिलेंडर में फ्यूल की सप्लाई के लिए कई इंजेक्टर लगे होते हैं।
कितने प्रकार के होते हैं
यह दो प्रकार का होता है, D-MPFi और i-MPFi, D-MPFi में सिलेंडर पहले हवा को लेता है, जिसको वह ECU(इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल यूनिट) को भेजता है, उसके बाद इंजन से जुड़ा RP सेंसर भी ECU को सिग्नल देता है। ECU इसके बाद इंजेक्टर को गैसोलीन को इंजेक्ट करने के लिए सिग्नल भेजता है। इस टेक्नोलॉजी को ऑटोमोबाइल की बेहतरीन टेक्नोलॉजी में शामिल किया जाता है।
फायदे
इसमें हर सिलिंडर को फ्यूल बराबर मात्रा मे मिलता है जिसकी बजह से इंजन ज्यादा समय तक चलता है। इसके साथ ही गाड़ी की माइलेज बढ़ती है और प्रदूषण भी फैलता है। फ्यूल इंजेक्टेड इंजन का परफॉरमेंस और कार्यकुशलता दोनों बेहतर हैं।
ध्यान रखें
तेज रफ्तार से गाड़ी चलने पर इंजन ज्यादा फ्यूल की खपत करता है। इसलिए गाड़ी की रफ्तार 40 से 50 kmph ही रखनी चाइये। टायर्स में हमेशा सही एयर प्रेशर रखें क्योकिं अगर हवा कम होगी तो रोड और टायर के बीच घर्षण बढ़ जाता है जिससे पेट्रोल की खपत ज्यादा होगी। बेवजह क्लच का प्रयोग न करें, क्लच का इस्तेमाल सही तरीके से करें।