स्वतंत्रता दिवस स्पेशल: भारत में बनी ये देसी कारें विदेशों में जमा रहीं अपनी धाक
सुजुकी, जीप, फोर्ड और हुंडई जैसे ब्रैंड्स ने भारत में अपना एक्सपोर्ट हब बना लिया है
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। भारतीय ऑटो इंडस्ट्री पिछले कुछ वर्षों में तेजी से वृद्धि कर रही है। इसी को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा ग्लोबल ब्रैंड्स भारतीय बाजार में एंट्री कर रहे हैं। इनमें किया मोटर्स और MG मोटर शामिल हैं, जिन्होंने भारत में अपना ऑपरेशन शुरू भी कर दिया है। अब भारत में मौजूद दूसरे ब्रैंड्स की तरह ये ब्रैंड्स भी अपनी कारों के निर्यात पर जोर देंगी। बता दें, सुजुकी, जीप, फोर्ड और हुंडई जैसे ब्रैंड्स ने भारत को अपना एक्सपोर्ट हब बना लिया है। स्वतंत्रता दिवस 2018 के मौके पर आज हम अपनी इस खबर में उन देसी गाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें विदेशों में खूब पसंद किया जा रहा है।
मारुति सुजुकी बलेनो
मारुति सुजुकी बलेनो को विदेशों में सुजुकी बलेनो नाम से बेचा जा रहा है। बता दें यह कार भारत में बनाने के बाद दूसरे देशों में निर्यात की जाती है। इस 5-डोर हैचबैक को भारत में एक्सक्लूजिव तौर पर बनाया जाता है। कंपनी इसका निर्माण साणंद प्लांट में करती है और इसे एशिया (जापान और इंडोनेशिया) और यूरोप में निर्यात करती है। पावर स्पेसिफिकेशन की बात करें तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसे तीन ऑप्शन्स - 1.0 लीटर बूस्टरजेट थ्री-सिलेंडर पेट्रोल इंजन, 1.2 लीटर फोर-सिलेंडर डुअलजेट पेट्रोल इंजन के साथ SHVS (स्मार्ट हाइब्रिड व्हीकल) और रेगुलर 1.2 लीटर डुअलजेट पेट्रोल इंजन के साथ उतार गया है। इंजन 5-स्पीड MT, 4-स्पीड AT, 6-स्पीड AT और CVT ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस है।
फोर्ड ईकोस्पोर्ट
वैसे तो फोर्ड ईकोस्पोर्ट SUV को ऑरिजनल ब्राजीलियन बाजार में डेवेलप किया जाता है, लेकिन भारत उन नए बाजारों में से एक है जहां सेकंड़ जनरेशन ईकोस्पोर्ट को डेवेलप किया जाता है। ईकोस्पोर्ट की मैन्युफैक्चरिंग भारत में फोर्ड के चेन्नई प्लांट की जा रहा है। 2013 तक इसे यूरोपियन बाजार में निर्यात किया जाता था। इसके बाद 2015 में फोर्ड ईकोस्पोर्ट को साउथ अफ्रीका, टाइवान, जापान और ऑस्ट्रेलिया निर्यात किया जाने लगा, लेकिन अब 2017 से भारत में बनी इस एसयूवी को अमेरिका में भी निर्यात किया जाने लगा। ईकोस्पोर्ट इस वक्त तीन इंजन ऑप्शन - ड्रैगन फैमिली वाला नया 1.5 लीटर थ्री-सिलेंडर पेट्रोल इंजन, 1.5 लीटर डीजल इंजन और अवार्ड-विनिंग 1.0 लीटर ईकोबूस्ट इंजन दिया गया है।
जीप कंपास
अमेरिकन ब्रैंड फिएट क्रिस्लर के स्वामित्व वाले ब्रैंड की एसयूवी जीप कंपास की मैन्युफैक्चरिंग भारत में ही होती है। इस एसयूवी को 2017 के शुरुआत में लॉन्च किया गया था। कंपास जीप ब्रैंड का पहला ऐसा मॉडल है जिसे भारत में कंपनी के रंजनगांव प्लांट में बनाया जाता है। कंपनी ने इस कार के साथ पहले ही घोषणा की थी कि भारत सभी राइट-हैंड-ड्राइव (RHD) बाजारों के लिए एक्सपोर्ट हब है। जीप कंपास की RHD यूनिट को अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रूनेई, जापान और थाईलैंप में निर्यात किया जाता है। भारतीय बाजार में कंपास में दो इंजन ऑप्शन - एक 1.4 लीटर, फोर-सिलेंडर, टर्बोचार्ज्ड मल्टीएयर पेट्रोल और एक 2.0 लीटर, फोर-सिलेंडर, टर्बोचार्ज्ड मल्टीजेट डीजल इंजन दिया गया है।
फोर्ड फीगो
फोर्ड फीगो की भी भारतीय बाजार में मारुति सुजुकी की तरह ही एक्सक्लूजिव मैन्युफैक्चरिंग की जाती है। पहली जनरेशन फीगो को कंपनी के चेन्नई प्लांट में बनाया जाता था। वहीं, सेकंड़ जनरेशसन मॉडल को कंपनी नए गुजरात के साणंद प्लांट मैन्युफैक्चरिंग कर रही है। फोर्ड इंडिया फीगो हैचबैक का निर्यात दूसरे बाजार जैसे - साउथ अफ्रीका, मैक्सिको, मिडल ईस्ट और यूरोप में करती है। सेकंड़ जनरेशन फोर्ड फीगो को तीन इंजन ऑप्शन - 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन, 1.5 लीटर पेट्रोल और 1.5 लीटर डीजल इंजन में उतारा गया है। यह इंजन 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और 6-स्पीड डुअल क्लच ट्रांसमिशन से लैस है।
हुंडई वर्ना
पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में हुंडई इंडिया बड़ा निर्यातक है और कंपनी का टॉप-मॉडल हुंडई वर्ना भारत से निर्यात किया जाता है। पांचवी जनरेशन हुंडई वर्ना को कंपनी के चेन्नई प्लांट में मैन्युफैक्चर किया जाता है और इस सेडान को साउथ अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और मिडल ईस्ट में निर्यात किया जाता है। हुंडई वर्ना चार इंजन ऑप्शन्स - 1.4 लीटर पेट्रोल, 1.6 लीटर पेट्रोल, 1.4 लीटर डीजल और 1.6 लीटर डीजल इंजन में उपलब्ध है। इंजन 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक टॉर्क कन्वर्टर यूनिट से लैस है।
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