ये हैं वो 5 इशारे जो बताते हैं टायर्स चेंज कराने का समय आ गया है
आइये जानते हैं वो 5 संकेत जिनकी वजह से आपको पता चल जाएगा की अब आपकी कार को नये टॉयरों की जरूरत है।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। अक्सर देखने में आया है की लोग अपनी गाड़ी के टायर्स को खराब होने की कंडीशन में भी चेंज नहीं करते और न ही इस बात पर देते ही की टायर्स खराब हो गए हैं। और उन्हें बदलवा लेना चाइये, लेकिन ऐसे भी बहुत से लोग हैं जिन्हें इस बात का ज्ञान ही नहीं है की आखिर कब और कितने समय के बाद गाड़ी के टायर्स बदलने चाहिये। आइये जानते हैं वो 5 संकेत जिनकी वजह से आपको पता चल जाएगा की अब आपकी कार को नये टॉयरों की जरूरत है।
1) यही वह पहला संकेत है जो यह दर्शाता है की अब टायर बदलने का समय आ गया हैटॉयर के ट्रेड, ट्रेड टॉयर का सबसे उपरी भाग होता है और काफी चलने के बाद यह घिसने लग जाता है। यदि आपके टॉयर का ट्रेड लगभग 1.6 मिलीमीटर से कम हो गया हो तो यह इस बात की तरफ साफ इशारा है कि आपकी गाड़ी को नये टॉयर्स की जरूरत है।
2) अपने देश में हर तरह के रास्तें हैं किसी टायर की लाइफ इस बात पर भी निर्भर करती है की वह किन रास्तों पर चल रहा है अगर आपकी गाड़ी ख़राब रास्तों पर ज्यादा चलती है तो टायर्स की लाइफ कम होगी वही अगर टायर पर उभार नज़र आने लगे तो यह भी नये टॉयर्स के बदलने संकेत है।
3) जब टायर पुराने होने लगते है तो उनके साइड पर क्रेक आने लग जाती है। शुरू में ये हल्की नज़र आती है लेकिन बाद में इसका आकर बड़ा होने लगता है। यह भी आपकी कार के लिये नये टायरों का संकेत है।
4)चलती गाड़ी में अगर वाइब्रेशन जैसा महसूस होने लगे तो इस बात को नज़र अंदाज़ बिलकुल नहीं करें खराब रास्तों पर ऐसा स्वाभाविक है किन्तु सपाट सड़क पर भी ऐसा महसूस होने लगे तो तुरंत ही मकैनिक की सलाह और अगर जरूरत पड़े तो टायर्स भी चेंज कर दें।
5) यह टॉयर के बीच के गैप में दिया गया एक बिट होता, यह एक इंडीकेटर बार होता है, जिसकी उंचाई टॉयर के ट्रेड यानी की बाहरी सतह से कम होती है। आपको यह बिट तक संकेत करता है जब टॉयर के बाहरी सतह की उंचाई घिसते हुए बिट के बराबर आ जाये तो यह समझ लेना चाइये की कार को नए टायर्स की आवश्यकता है।