टाटा मोटर्स नहीं करेगी स्कोडा से गठजोड़
टाटा मोटर्स ने फॉक्सवैगन समूह की कंपनी स्कोडा से प्रस्तावित भागीदारी को लेकर चल रही बातचीत खत्म कर दी है।
नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स ने फॉक्सवैगन समूह की कंपनी स्कोडा से प्रस्तावित भागीदारी को लेकर चल रही बातचीत खत्म कर दी है। कंपनी का कहना है कि व्यावहारिकता जैसे मुद्दों के चलते उसने यह कदम उठाया है। चार महीने पहले ही दोनों कंपनियों ने उभरते बाजारों को लक्ष्य कर सस्ते वाहन बनाने के लिए गठजोड़ की घोषणा की थी।
कंपनी के अनुसार संयुक्त तकनीकी व्यवहार्यता अध्ययन में पाया गया कि इस गठजोड़ से दोनों पक्षों को होने वाले संभावित रणनीतिक फायदे उम्मीद से कम है। हालांकि कंपनी ने स्पष्ट किया है कि पिछले कुछ महीनों में हुई बातचीत के आधार पर भविष्य में किसी गठजोड़ के लिए विकल्प खुले हैं।
टाटा मोटर्स के सीईओ व प्रबंध निदेशक गुंटर बुशचेक ने कहा, ‘हमने प्रस्तावित गठजोड़ के लिए तकनीकी व्यावहार्यता तथा तालमेल के स्तर का अध्ययन किया। हमारा निष्कर्ष यही है कि दोनों पक्षों के लिए रणनीतिक फायदा एक न्यूनतम स्तर से कम रहेगा।’ हालांकि उन्होंने कहा कि कंपनी फॉक्सवैगन समूह के साथ भविष्य में अवसरों की पड़ताल को लेकर सकारात्मक है। दोनों कंपनियों ने सहयोग की भावी संभावनाओं को लेकर संपर्क में रहने का फैसला किया है। स्कोडा ऑटो ने भी अलग से जारी बयान में कहा कि गठजोड़ से संभावित लाभ दोनों पक्षों की उम्मीद से कम मिले।
टाटा मोटर्स, फॉक्सवैगन समूह व स्कोडा ने इसी साल मार्च में दीर्घकालिक गठजोड़ की घोषणा की थी। इस गठजोड़ के तहत संयुक्त तौर पर वाहन बनाए जाने थे और पहला वाहन 2019 में पेश करने की योजना थी। हालांकि जून में दोनों कंपनियों के बीच प्रस्तावित गठजोड़ पर संशय के बादल दिखने लगे थे। प्रस्ताव के तहत दोनों कंपनियां टाटा मोटर्स के एडवांस्ड मॉड्युलर प्लेटफॉर्म (एएमपी) और फॉक्सवैगन की तकनीक की मदद से उभरते बाजारों के लिए कम लागत के वाहन बनाने की संभावना तलाश रही थीं। लेकिन प्लेटफॉर्म के इस्तेमाल और कारोबारी व्यवहार्यता पर दोनों पक्षों में मतभेद उभर रहे थे।