इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन बनाने के लिए साथ आईं टाटा और एचपीसीएल
टाटा पावर और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए हाथ मिलाया है।
नई दिल्ली (ऑटो डेस्क)। टाटा पावर और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए हाथ मिलाया है। इसके तहत देशभर में एचपीसीएल के रिटेल आउटलेट्स और दूसरी जगहों पर चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। समझौते के अनुसार, दोनों कंपनियों देशभर में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के चार्जिंग स्टेशन के लिए मिलकर प्लानिंग, डेवलेपमेंट और ऑपरेशन के काम करेगी। इसके अलावा दोनों कंपनियां रिन्यूएबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में मौके की संभावनाएं तलाशेंगी।
इसी तरह नीति आयोग ने पिछले साल नवंबर में दिल्ली-एनसीआर में 135 इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगाने की मुहिम शुरू की थी। ये चार्जिंग स्टेशन गुरुग्राम-इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट-साउथ दिल्ली-नोएडा कॉरिडोर में लगाए जाएंगे। इनमें से 46 डीसी क्विक चार्जिंग सेटअप और बाकी 89 एसी चार्जिंग स्टेशन होंगे। फिलहाल यह जानकारी नहीं है कि यह प्रोजेक्ट कहां तक पहुंचा है।
पिछले साल कैब सर्विस कंपनी ओला ने नागपुर में इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन लगाने शुरू किए थे। हालांकि, प्रोजेक्ट के शुरू होते ही इसे समस्याओं का सामना करना था। ओला ड्राइवरों ने ज्यादा ऑपरेटिंग कॉस्ट और चार्जिंग स्टेशन पर लंबे इंतजार के कारण अपनी गाड़ियों को दोबारा पेट्रोल और डीजल से चलाना शुरू कर दिया।
बता दें कि सरकार लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहन देने की कोशिश कर रही है। लगभग सभी बड़ी कंपनियां इलेक्ट्रिक कारें लाने की तैयारी कर रही हैं। महिंद्रा और टाटा जैसी कंपनियां पहले से ही इलेक्ट्रिक कारें उतार चुकी हैं, लेकिन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर ना होने की वजह से इलेक्ट्रिक वाहनों को पॉपुलैरिटी नहीं मिल रही है। कई कंपनियों का यह भी मानना है कि पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर ना होने की वजह से वो इलेक्ट्रिक वाहन नहीं ला रही हैं। माना जा रहा है कि टाटा और एचपीसीएल के इस समझौते के बाद मौजूदा स्थिति में कुछ बदलाव आएगा।